बांग्लादेश में प्रेस की आजादी पर हमला, 'ग्लोबल टीवी' को दफ्तर जलाने की धमकी, न्यूज हेड को हटाने का दबाव

Bangladesh Press Crisis
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एकता । Dec 25 2025 2:34PM

बांग्लादेश में प्रेस की आजादी पर गंभीर संकट, 'ग्लोबल टीवी' के दफ्तर में तोड़फोड़ और आगजनी की धमकी, न्यूज हेड को हटाने का दबाव, यह घटना शेख हसीना सरकार के पतन के बाद मीडिया संस्थानों पर बढ़ते हमलों को दर्शाती है।

बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद भी पत्रकारों और मीडिया संस्थानों पर हमलों का सिलसिला थम नहीं रहा है। ताजा मामले में, ढाका स्थित 'ग्लोबल टीवी' के दफ्तर में कुछ युवकों ने घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी की धमकी दी है। हमलावरों ने न्यूज हेड नाज़नीन मुन्नी को तुरंत नौकरी से हटाने की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हफ्ते की शुरुआत में 7-8 युवक 'ग्लोबल टीवी' के तेजगांव स्थित दफ्तर पहुंचे। उन्होंने खुद को 'भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन' का सदस्य बताया। इन युवकों ने न्यूज हेड नाज़नीन मुन्नी पर 'अवामी लीग' (शेख हसीना की पार्टी) का समर्थक होने का आरोप लगाया और मैनेजमेंट को उन्हें हटाने की चेतावनी दी।

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प्रोथोम आलो जैसा हाल कर देंगे

नाज़नीन मुन्नी ने सोशल मीडिया पर इस घटना का खुलासा करते हुए बताया कि हमलावरों ने सीधे तौर पर कहा, 'अगर मुन्नी को नहीं हटाया गया, तो हम दफ्तर में आग लगा देंगे। याद रहे, प्रोथोम आलो और द डेली स्टार (बांग्लादेश के बड़े अखबार) भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाए।'

बता दें कि 21 दिसंबर को भीड़ ने बांग्लादेश के प्रमुख अखबारों 'प्रोथोम आलो' और 'द डेली स्टार' के दफ्तरों में भीषण तोड़फोड़ और आगजनी की थी।

विवाद की वजह

यह तनाव भारत विरोधी युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद और बढ़ गया है। हमलावरों का आरोप है कि ग्लोबल टीवी ने हादी की मौत को पर्याप्त कवरेज नहीं दी। उस्मान हादी अपनी भारत विरोधी बयानबाजी के लिए मशहूर थे और हाल ही में एक हमले में लगी चोटों के कारण उनकी मृत्यु हो गई थी।

नाज़नीन मुन्नी का पक्ष

मुन्नी ने अवामी लीग से किसी भी जुड़ाव के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, 'मैनेजमेंट ने शुरू में मुझे चुप रहने और ऑफिस न आने की सलाह दी थी, लेकिन मैं चुप नहीं रहूंगी। वे बार-बार धमकियां दे रहे हैं जो पूरी तरह गलत है। मेरे खिलाफ एक भी सबूत नहीं है कि मैं किसी पार्टी से जुड़ी हूं।'

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छात्र संगठन की सफाई

दूसरी तरफ, 'भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन' के अध्यक्ष रिफात राशिद ने इस घटना में संगठन की किसी भी संलिप्तता से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि अगर उनके नाम पर कोई दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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