बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल ने की इस्तीफे की घोषणा
इस्तीफा तब आया जब दो दिन पहले मध्य ब्रसेल्स में समझौते के विरोध में हुए प्रदर्शन संघर्ष में बदल गए और पुलिस को आंसू गैस के गोले तथा पानी की बौछारें छोड़नी पड़ीं।
ब्रसेल्स। बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल ने इस्तीफे की घोषणा की है। लगभग दो सप्ताह पहले आव्रजन के मुद्दे पर उनके मुख्य गठबंधन सहयोगी ने उनसे समर्थन वापस ले लिया था जिससे उनकी सरकार अल्पमत में आ गई थी। वर्ष 2014 में पद संभालने वाले मिशेल ने संयुक्त राष्ट्र आव्रजन समझौते पर अपने समर्थन के चलते न्यू फ्लेमिश अलायंस (एन- वी ए) का समर्थन खो दिया।
इसे भी पढ़ें- पाक बातचीत के जरिए कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण हल चाहता है: कुरैशी
मंगलवार को उनका इस्तीफा तब आया जब दो दिन पहले मध्य ब्रसेल्स में समझौते के विरोध में हुए प्रदर्शन संघर्ष में बदल गए और पुलिस को आंसू गैस के गोले तथा पानी की बौछारें छोड़नी पड़ीं। संसद में चर्चा के दौरान विपक्षी दलों ने उनकी सरकार को मई में होने वाले चुनाव तक बनाए रखने के लिए अपना समर्थन जारी रखने से इनकार कर दिया।
#UPDATE Nationalist anger over migration has brought down the Belgian government, forcing Prime Minister Charles Michel to offer the king his resignation https://t.co/YFirasjxfT
— AFP news agency (@AFP) December 18, 2018
इसे भी पढ़ें- रानिल विक्रमसिंघे के साथ काम करने को आतुर है अमेरिका
इसके बाद मिशेल ने इस्तीफा देने की घोषणा की। सांसदों द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने से पहले मिशेल ने कहा, ‘‘मैंने इस्तीफा देने का निर्णय किया है और मैं तत्काल राजा से मिलना चाहता हूं।’’ राजमहल ने एक बयान में कहा कि राजा फिलिप ने मिशेल का इस्तीफा स्वीकार करने से पहले विचार-विमर्श करने का फैसला किया है। देश के कृषि मंत्री एवं मिशेल की पार्टी मूवमेंट रिफॉर्मेटर के नेता डेनिस डुकार्ने ने देश को संकट में डालने का खतरा उठाने के लिए वामपंथी और ग्रीन पार्टियों की निन्दा की।
अन्य न्यूज़