ईरान में बम गिरा फंसे ट्रंप, War Power Act से ऐक्शन की तैयारी, अमेरिका में भयंकर विरोध

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अभिनय आकाश । Jun 23 2025 5:02PM

ट्रंप का यह फैसला बेहद खतरनाक है, जिससे अमेरिका खुद ईरान-इज़राइल युद्ध में कूद गया है। यह डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए निर्णायक क्षण है। हमें ईरान के खिलाफ युद्ध के खिलाफ खड़ा होना होगा। मैं आज रात पत्र भेज रहा हूं और हर सांसद से अनुरोध कर रहा हूं कि वे मेरे इस विधेयक का समर्थन करें।

अमेरिका ने ईरान पर हमला किया और उसकी तीन न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया। लेकिन ईरान पर बम गिरकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुरी तरह से फंसते नजर आ रहे हैं। अमेरिका में ही उनका विरोध होने लगा है। वॉर पावर एक्ट से एक्शन लेने की तैयारी दिख रही है। आपको बता दें कि ट्रंप के खिलाफ 47 सांसदों ने साइन भी कर दिए हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने ट्रंप से जवाब की मांग की है। विपक्षी पार्टियों ने ट्रंप को अमेरिका को युद्ध में झोंकने के लिए दोषी बताया है। इसके साथ ही विपक्षी सांसदों ने अमेरिकी सैनिकों को खतरे में डालने का आरोप लगाया है।  विपक्ष ने ट्रंप पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। विपक्षी पार्टी ने कहा है कि किसी भी राष्ट्रपति को एकतरफा तरीके से अमेरिका को युद्ध जैसे हालात में नहीं धकेलना चाहिए। ट्रंप का यह फैसला बेहद खतरनाक है, जिससे अमेरिका खुद ईरान-इज़राइल युद्ध में कूद गया है। यह डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए निर्णायक क्षण है। हमें ईरान के खिलाफ युद्ध के खिलाफ खड़ा होना होगा। मैं आज रात पत्र भेज रहा हूं और हर सांसद से अनुरोध कर रहा हूं कि वे मेरे इस विधेयक का समर्थन करें।

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क्या है वॉर ऑफ एक्ट

1973 में राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन के वीटो के बावजूद लागू किया गया युद्ध शक्ति संकल्प (WPR) राष्ट्रपति की कांग्रेस की मंजूरी के बिना सैन्य संघर्षों में अमेरिकी सेना को शामिल करने की क्षमता को सीमित करने के लिए बनाया गया था। यह वियतनाम युद्ध के दौरान कंबोडिया पर निक्सन की गुप्त बमबारी पर सार्वजनिक आक्रोश के बाद बनाया गया था, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में नागरिक हताहत हुए और व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए।

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वॉर ऑफ एक्टके अनुसार राष्ट्रपति को:

अमेरिकी सेना को “शत्रुता” या ऐसी स्थितियों में तैनात करने के 48 घंटों के भीतर कांग्रेस को सूचित करना होगा, जहाँ शत्रुता आसन्न हो।

60 दिनों के भीतर (या आपात स्थितियों में 90 दिनों के भीतर) सैन्य कार्रवाइयों को समाप्त करना होगा, जब तक कि कांग्रेस युद्ध की घोषणा या विशिष्ट प्राधिकरण के माध्यम से निरंतर संलग्नता को मंजूरी न दे।

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