कोवैक्सीन की डील ने ब्राजील के राष्ट्रपति की बढ़ाई चिंता! जनता और विपक्षी पार्टी का फूटा गुस्सा

Brazil Suspends Covaxin Contract as Scandal Becomes Too Hot for Bolsonaro
निधि अविनाश । Jul 3 2021 6:54PM

आपको बता दें कि ब्राजील में अक्टूबर 2022 में राष्ट्रपति चुनाव होंगे और ऐसे में बोल्सानारो की मुसीबत विपक्षी पार्टी ने काफी बढ़ा दी है। कहा तो यह भी जा रहा है कि क्या बोल्सानारो अपना राष्ट्रपति टर्म पूरा कर भी पाएंगे या नहीं क्योंकि जल्द ही विपक्ष उनके खिलाफ महाभियोग ला सकता है।

ब्राजील ने मंगलवार को भारत बायोटेक के साथ कोविड -19 वैक्सीन, कोवैक्सिन की 20 मिलियन खुराक के लिए $ 324 मिलियन के अनुबंध को निलंबित कर दिया है। बढ़ते घोटालों के साथ अब ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो की आगामी चुनावों में परेशानी भी बढ़ती दिखाई दे रही है। बता दें कि भारत बायोटेक के साथ हुई इस डील को अचानक निलंबित करने के बाद से अब ब्राजील की पूर्व राष्ट्रपति लूला डिसिल्वा और दक्षिणपंथी विपिक्षियों ने बोल्सोनारो पर हमला करना शुरू कर दिया है। हाल ही में हुए एक ओपिनियन पोल से पता चला है कि आगर ब्राजील में इस समय चुनाव होते है तो विपक्षी पार्टी बोल्सानारो को पहले ही राउंड में हरा देगी। 

आपको बता दें कि ब्राजील में अक्टूबर 2022 में राष्ट्रपति चुनाव होंगे और ऐसे में बोल्सानारो की मुसीबत विपक्षी पार्टी ने काफी बढ़ा दी है। कहा तो यह भी जा रहा है कि क्या बोल्सानारो अपना राष्ट्रपति टर्म पूरा कर भी पाएंगे या नहीं क्योंकि जल्द ही विपक्ष उनके खिलाफ महाभियोग ला सकता है। 

इसे भी पढ़ें: परमाणु ताकत बढ़ाने में जुटा ड्रैगन ! बैलिस्टिक मिसाइल के लिए 100 साइलो का कर रहा निर्माण

क्या है कोवैक्सिन विवाद? 

भारत और ब्राजील की भारत की कपंनी बायटेक से कोरोना टीका कोवैक्सीन की 2 करोड़ डोज की डील हुई थी लेकिन अब इस डील पर प्रतिबंध लगा दिए गए है। 320 मिलियन डॉलर की यह डील अब दोनों देशों के बीच परेशानी का सबस ला रहा है। बता दें कि प्रति डोज 15 डॉलर की है। विपक्षी पार्टी की तरफ से उठ रहे कई सवालों के बीच फिलहाल इस डील को बीच में ही रोक दिया गया है और दोनों ही देशों के बीच अभी तक कोई भी पैसे की लेन-देन नहीं हुई है। अब सवाल है कि अगर दोनों देशों के बीच पैसों की लेनदेन नहीं हुई है, न ही कोई वैक्सीन सप्लाई हुई है तो फिर ब्राजील में यह मुद्दा गरमाया क्यों हुआ है? 

क्यों बना बड़ा मुद्दा?

ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय के आयात से जुड़े प्रमुख लुइस रिकार्डो मिरांडा ने खुलासा किया है कि, सिंगापुर कंपनी मैडिसन बायोटेक को 30 लाख खुराकों के लिए 45 मिलियन डॉलर का पेमेंट करने से इनकार कर दिया था और यह भी खुलासा हुआ कि, जिस डोज के पैसे मांगे जा रहे है वह कभी डिलिवर ही नहीं किए गए है जिसके बाद से कोरोना के टीकों के लिए मुद्दा गरमाया हुआ है।   

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़