कोरोना वायरस: भारत करेगा चीन की मदद, भेजेगा चिकित्सा सामग्री की खेप
भारत घातक कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने में चीन की मदद करने के लिए इस सप्ताह के अंत में एक राहत विमान से चिकित्सा सामग्री की एक खेप वुहान भेजेगा। अधिकारियों के मुताबिक इस वायरस से अब तक 1,770 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
बीजिंग। भारत घातक कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने में चीन की मदद करने के लिए इस सप्ताह के अंत में एक राहत विमान से चिकित्सा सामग्री की एक खेप वुहान भेजेगा और लौटते समय विमान वहां फंसे भारतीयों और सभी पड़ोसी देशों के नागरिकों को लेकर आएगा। चीन स्थित भारतीय दूतावास ने सोमवार को यह जानकारी दी। चीन में भारतीय राजदूत विक्रम मिस्री ने कहा कि क्षमता होने पर वुहान से विशेष विमान भारतीयों के अलावा “हमारे सभी पड़ोसी देशों” के नागरिकों को ला सकता है। मिस्री ने ट्वीट किया, “आ रहे विमान की क्षमता और स्थान की उपलब्धता पर भारत, नयी दिल्ली की वापसी की यात्रा के दौरान उसमें सभी पड़ोसी देशों के नागरिकों को ले जाने का इच्छुक है। जो लोग इच्छुक हैं उनसे अनुरोध है कि बीजिंग में भारतीय दूतावास से संपर्क करें।”
GoI will send a consignment of medical supplies on a relief flight to Wuhan later this week to support China to fight the COVID-19 epidemic. On its return, the flight will have limited capacity to take on board Indians wishing to return to India from Wuhan/Hubei.(1/3) @MEAIndia
— India in China (@EOIBeijing) February 17, 2020
इसे भी पढ़ें: हांगकांग में भारी मात्रा में हुई Toilet paper की चोरी, कोरोना वायरस है वजह
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि 105 लोगों की मौत के नए मामले आए हैं जिन्हें मिलाकर चीन में इस वायरस से अब तक 1,770 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से अधिकांश मामले सबसे बुरी तरह प्रभावित हुबेई प्रांत से सामने आए हैं। मौत के नए मामलों में हुबेई में 100, हेनान प्रांत में तीन और गुआंगडोंग में दो लोगों की जान गई है। भारतीय दूतावास ने यह घोषणा भी की कि भारत सरकार सीओवीआईडी-17 (कोरोना वायरस) से निपटने में चीन की मदद करने के लिए इस सप्ताह के अंत में वुहान आने वाले एक राहत विमान में चिकित्सा सामग्री की खेप भेजेगी। दूतावास ने कहा, “वापसी के दौरान यह विमान सीमित क्षमता होने के कारण वुहान/हुबेई प्रांत से भारत लौटने को इच्छुक कुछ ही भारतीयों को ले जा पाएगा।’’ दूतावास ने भारतीय नागरिकों से उसके संपर्क में रहने को कहा है।
इसे भी पढ़ें: चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 1700 के पार, 70,400 लोग संक्रमित
भारतीय अधिकारियों ने कहा कि वे विमान को उतरने और फंसे हुए भारतीयों को लाने की जरूरी इजाजत के लिये चीनी अधिकारियों के संपर्क में हैं। भारत ने एक और दो फरवरी को एअर इंडिया की दो विशेष उड़ानों का संचालन कर 647 भारतीय नागरिकों और मालदीव के सात नागरिकों को वहां से निकाला था। निकाले गए भारतीयों में से अधिकतर छात्र थे। भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट में कहा, “फिलहाल वुहान/हुबेई प्रांत में कई भारतीय नागरिक हैं और भारत लौटने के इच्छुक हैं। वे बीते दो हफ्तों से बीजिंग में भारतीय दूतावास से संपर्क में हैं।”
इसमें कहा गया कि भारत लौटने के लिए इस उड़ान में शामिल होने के इच्छुक सभी भारतीय नागरिकों से जिन्होंने अब तक बीजिंग में भारतीय दूतावास से संपर्क नहीं किया है, अनुरोध है कि वे तत्काल हमारी हॉटलाइन +8618610952903 और +8618612083629 पर फोन करें या आज शाम सात बजे तक हेल्पडेस्क.बीजिंग@एमईए.जीओवी.आईएन पर ईमेल करें।
इसे भी पढ़ें: ताईवान में कोरोना वायरस से एक व्यक्ति की मौत
भारतीय अधिकारियों ने कहा कि सबसे बुरी तरह प्रभावित वुहान और हुबेई प्रांत के अन्य इलाकों में अब भी 80 से 100 भारतीय फंसे हुए हैं और उनमें से कई भारत सरकार से उन्हें एयरलिफ्ट करने का अनुरोध कर रहे हैं। इनमें वे 10 भारतीय भी शामिल हैं जो तेज बुखार की वजह से पिछली दो उड़ानों से भारत नहीं लौट पाए थे। उनकी सेहत में अब सुधार है और उनके इस तीसरी उड़ान से लौटने की उम्मीद है। श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश ने अपने-अपने नागरिकों को विमानों के जरिये निकाल लिया था जबकि 800 से 1000 पाकिस्तानी अब भी हुबेई में हैं।
इसे भी देखें- Coronavirus ने मचाई दुनियाभर में दहशत, क्या है इसके लक्षण और बचाव के उपाय
अन्य न्यूज़