हसीना का आश्वासन, बांग्लादेशी भूमि किसी भी आतंकी संगठन को इस्तेमाल नहीं करने देंगे
बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ‘‘कतई नहीं बर्दाश्त करने वाली अपनी नीति’’ के तहत किसी भी आतंकवादी संगठन को बांग्लादेश की धरती का इस्तेमाल नहीं करने देगी। उन्होंने कश्मीर के पुलवामा में पिछले महीने आतंकवादी हमले में शहीद हुए भारतीय अर्द्धसैनिक बल के जवानों के परिवारों के प्रति ‘‘गहरी सहानुभूति’’ भी जाहिर की।
ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार अपनी ‘‘कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति’’ के तहत किसी भी आतंकवादी संगठन को अपने देश की भूमि का इस्तेमाल नहीं करने देगी। हसीना ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री मोदी के साथ बांग्लादेश में चार परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन करने के बाद कहा कि बांग्लादेश द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के जरिये दक्षिण एशियाई क्षेत्र से आतंकवाद का नामोनिशान मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ का प्रसार न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक ‘‘गंभीर खतरा’’ है और भारत तथा बांग्लादेश ने पिछले साल आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया था। हसीना ने कहा, ‘‘हम द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के जरिये हमारे क्षेत्र से आतंकवाद की समस्या को जड़ से खत्म करने के अपने संकल्प पर कायम हैं।’’
Prime Minister Narendra Modi and Bangladeshi PM Sheikh Hasina, via video conference, jointly inaugurate multiple development projects in Bangladesh. pic.twitter.com/QR9xa7rEli
— ANI (@ANI) March 11, 2019
बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ‘‘कतई नहीं बर्दाश्त करने वाली अपनी नीति’’ के तहत किसी भी आतंकवादी संगठन को बांग्लादेश की धरती का इस्तेमाल नहीं करने देगी। उन्होंने कश्मीर के पुलवामा में पिछले महीने आतंकवादी हमले में शहीद हुए भारतीय अर्द्धसैनिक बल के जवानों के परिवारों के प्रति ‘‘गहरी सहानुभूति’’ भी जाहिर की। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस नृशंस कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं।’’ गौरतलब है कि गत 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा जिले में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे। इस घटना से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। हसीना ने कहा कि बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध दुनिया के लिए अच्छे पड़ोसी होने का एक ‘‘रोल मॉडल’’ है और इसी कारण दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग है।उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि यह सहयोग जारी रहेगा।’’
इसे भी पढ़ें: भारत-बांग्लादेश का संबंध आत्मीयता और पारिवारिक भावनाओं से परिपूर्ण: मोदी
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दशक में, दोनों देशों ने विभिन्न पारंपरिक और अपरंपरागत क्षेत्रों जैसे सुरक्षा, बिजली, व्यापार और वाणिज्य, ऊर्जा, कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे के विकास, पर्यावरण, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा, संस्कृति और स्वास्थ्य में सहयोग पर उल्लेखनीय प्रगति देखी है। दोनों प्रधानमंत्री ढाका और नई दिल्ली में अपने कार्यालयों से वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए और ई-पट्टिकाओं का अनावरण कर चार परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। सोमवार को शुरू की गई चार परियोजनाओं में बांग्लादेश सड़क परिवहन निगम (क्रेडिट की दूसरी लाइन के तहत) को डबल डेकर और सिंगल डेकर एसी और नॉन-एसी बसों और ट्रकों की आपूर्ति, भारत सरकार की सहायता से भारत की सीमा से लगे पांच उत्तर और उत्तरपूर्वी बांग्लादेश के जिलों में 36 सामुदायिक क्लीनिकों, दो दक्षिण-पश्चिमी शहरों में 11 जल शोधन संयंत्रों की स्थापना और बांग्लादेश के लिए भारत के राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क (एनकेएन) का विस्तार शामिल है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमिन और भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात की।
अन्य न्यूज़