India Pak Relation: भारत को लेकर बोले बिलावल, आज नहीं तो कल वो दिन जरूर आएंगा

Bilawal
Creative Common
अभिनय आकाश । May 26 2022 2:23PM

बिलावल भुट्टो ने कहा कि अपने देश के पड़ोस में कई संघर्षों के बारे में बात करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरे जीवन में वह दिन आएगा, जब हम अपने क्षेत्र में संघर्षों को सुलझाने में सक्षम होंगे और उस दिन हम अपनी पूर्ण विकासक्षमता को हासिल करने में सक्षम होंगे। ।’’

भारत और पाकिस्तान के बीच वैसे तो कभी संबंध बेहद ही अच्छे नहीं रहे। भारत की बढ़ती ताकत और दुनिया में वर्चस्व को देखकर पाकिस्तान परेशान है। ऐसे में पाकिस्तान के नए विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत से नए संबंधों को बनाने पर जोर दिया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने बुधवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि एक दिन ऐसा आएगा जब उनका देश भारत के साथ कूटनीतिक और आर्थिक रूप से भी जुड़ सकेगा। भुट्टो ने कहा कि आज नहीं तो कल, वो दिन तो आना ही है। उस दिन हम अपनी पूरी आर्थिक क्षमता को हासिल करेंगे और पाकिस्तान अपनी समृद्धि दिखाएगा। 

इसे भी पढ़ें: इमरान समर्थकों के खिलाफ 7-8 साल पुराने Expired आंसू गैस का किया गया इस्तेमाल? मार्च में महिलाएं और बच्चें भी थे शामिल

उन्होंने अपने देश के पड़ोस में कई संघर्षों के बारे में बात करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरे जीवन में वह दिन आएगा, जब हम अपने क्षेत्र में संघर्षों को सुलझाने में सक्षम होंगे और उस दिन हम अपनी पूर्ण विकासक्षमता को हासिल करने में सक्षम होंगे। ।’’ हालांकि, जरदारी ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान जब भी किसी अन्य देश के साथ कूटनीतिक या आर्थिक रूप से जुड़ेगा तो वह अपने राष्ट्रीय हितों से कभी समझौता नहीं करेगा।  

इसे भी पढ़ें: चुनाव की घोषणा के लिए इमरान खान ने पाकिस्तान सरकार को दिया 6 दिन का समय, कहा- फिर इस्लामाबाद लौटूंगा

जरदारी ने वार्षिक विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की बैठक, 2022 से इतर दावोस में पाथफाइंडर ग्रुप और मार्टिन डॉव ग्रुप द्वारा आयोजित वार्षिक पाकिस्तान ब्रेकफास्ट सत्र में को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘‘यहऐसा समय है जब मानवता एक नहीं बल्कि अस्तित्व संबंधी कई संकटों का सामना कर रही है, चाहे वह कोविड-19 महामारी हो, जलवायु परिवर्तन या अनय संघर्ष हों।’’ जरदारी ने कहा, ‘‘क्या हम इतिहास में किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में पहचाने जाना चाहेंगे, जिसने बातचीत के माध्यम से अस्तित्व से जुड़े संकटों और संघर्षों को हल किया या जिसने अधिक संघर्ष पैदा किए?संघर्षों को हल करना हमारे जैसे छोटे देशों के लिए नहीं बल्कि बड़े देशों और सभी के हित में है।’’  

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़