इराक के चुनाव में ईरान समर्थक समूहों के उम्मीदवार नतीजों में पीछे

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इराक में नागरिकों ने रविवार को संसद के लिए मतदान किया, लेकिन देश में कई युवा कार्यकताओं ने चुनाव का बहिष्कार किया। वे लोग देश में भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के खिलाफ 2019 के अंत में बगदाद और देश के दक्षिणी प्रांतों की सड़कों पर उतरे थे।

बगदाद|  इराक में आम चुनाव के नतीजों के रूझान के मुताबिक शिया मौलवी मुक्तदा अल सद्र के ब्लॉक को संसद की अधिकतर सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है और राजधानी बगदाद समेत देश के सभी 18 प्रांतों में उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।

वहीं, ईरान समर्थक गठबंधन के उम्मीदवार नतीजों में पीछे हैं। वर्ष 2003 में अमेरिकी बलों के खिलाफ अभियान का नेतृत्व करने वाले अल सद्र 329 सदस्यीय संसद की ज्यादातर सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।

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ईरान समर्थक, हादी अल अमेरी के नेतृत्व वाले फतह अलायंस ने 2018 के चुनाव में 48 सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन अभी यह पता नहीं चल पाया है किकितनी सीटों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ रहा है। चुनाव में 41 प्रतिशत मतदान हुआ था। इराक में नागरिकों ने रविवार को संसद के लिए मतदान किया, लेकिन देश में कई युवा कार्यकताओं ने चुनाव का बहिष्कार किया। वे लोग देश में भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के खिलाफ 2019 के अंत में बगदाद और देश के दक्षिणी प्रांतों की सड़कों पर उतरे थे।

इन कार्यकर्ताओं ने बदलाव और नए चुनाव की मांग की थी। वर्ष 2019 के अंत में भ्रष्टाचार और बढ़ती बेरोजगारी के विरोध में हजारों लोग राजधानी बगदाद और विभिन्न शहरों में सड़कों पर उतरे थे। कुछ महीनों के प्रदर्शन के दौरान 600 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोग घायल हुए थे।

इराक में 2003 में अमेरिका के नेतृत्व वाले हमले में सद्दाम हुसैन को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद से देश में छठी बार चुनाव हो रहे हैं। युवा इराकी मतदान करने के इच्छुक नहीं दिखे। कई युवाओं का कहना है कि चुनाव के बाद भी उन्हीं पुराने चेहरे और दलों की वापसी होगी, जो इराक में दशकों से भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन करते आए हैं। इस बार के चुनाव में 329 सीटों पर कुल 3,449 उम्मीदवार मैदान में हैं।

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डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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