म्यांमार की अदालत ने जापानी पत्रकार को दस साल कैद की सजा सुनाई

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सैन्य शासित म्यांमा की एक अदालत ने जुलाई में देश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों का वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार जापानी पत्रकार को दस साल की जेल की सजा सुनाई है। जापान के एक राजनयिक ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

बैंकॉक। सैन्य शासित म्यांमा की एक अदालत ने जुलाई में देश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों का वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार जापानी पत्रकार को दस साल की जेल की सजा सुनाई है। जापान के एक राजनयिक ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। जापानी दूतावास के मिशन के उप-प्रमुख तेत्सुओ कितादा ने कहा कि तोरू कुबोता को बुधवार को इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन कानून का उल्लंघन करने के जुर्म में सात साल और उकसावे के अपराध में तीन साल की सजा सुनाई गई।

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इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन कानून में झूठी या उकसावे वाली सूचनाओं के प्रसार से जुड़ा अपराध शामिल है। वहीं, उकसावे से संबंधित कानून में वे सभी अपराध आते हैं, जो अशांति पैदा कर सकते हैं। देश के सबसे बड़े शहर यांगून में सादे कपड़ों में मौजूद पुलिसकर्मियों ने 30 जुलाई 2022 को कुबोता को तख्तापलट के खिलाफ जारी विरोध-प्रदर्शनों की तस्वीरें और वीडियो लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

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कुबोता म्यांमा में सेना द्वारा तख्तापलट कर सत्ता में आने के बाद हिरासत में लिए गए पांचवें विदेशी पत्रकार थे। उनसे पहले अमेरिकी पत्रकारों नाथन माउंग और डैनी फेनस्टरके अलावा पोलैंड के रॉबर्ट बोसियागा एवं जापान के युकी किताजुमी को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें निर्वासित कर दिया गया था। म्यांमा में करीब 150 पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से लगभग आधे को रिहा किया जा चुका है। लेकिन मीडिया पर अब भी सख्त प्रतिबंध लागू हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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