पाकिस्तानी सेना के साथ कोई सौदा नहीं ; हिंसा से बचने के लिए मार्च खत्म करने का फैसला किया: इमरान
डॉन समाचार पत्र की एक रिपोर्ट के अनुसार खान ने जोर दिया कि रैली को रद्द करने के उनके कदम के पीछे एकमात्र मकसद देश के लिए उनकी चिंता थी। खान ने हालांकि जोर दिया कि अगर सरकार जल्द चुनाव का आदेश नहीं देती है तो वह फिर से एक विशाल रैली की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी आयातित सरकार को स्वीकार नहीं करेगी।
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इस पर शहबाज ने कहा था कि उनकी धमकी काम नहीं करेगी और संसद तय करेगी कि चुनाव कब होंगे। इमरान खान ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश के कई शहरों में उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सदस्यों पर पुलिस की कार्रवाई के बाद जनता में भारी आक्रोश है। खान ने कहा, पुलिस ने मार्च को रोकने के लिए जो किया, उसके बाद मैंने लोगों में काफी नाराजगी देखी वहीं डर था कि अगर हम घोषणा के अनुसार मार्च करते रहे, तो देश अराजकता में डूब जाएगा। उन्होंने रैली को समाप्त करने में शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान की भूमिका संबंधी खबरों का हवाला देते हुए कहा, यह मत सोचें कि यह हमारी कमजोरी है और यह मत सोचें कि कोई सौदा हुआ है। मैं अजीब बातें सुन रहा हूं कि पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ सौदा किया गया। मैंने किसी के साथ कोई सौदा नहीं किया।
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डॉन समाचार पत्र की एक रिपोर्ट के अनुसार खान ने जोर दिया कि रैली को रद्द करने के उनके कदम के पीछे एकमात्र मकसद देश के लिए उनकी चिंता थी। खान ने हालांकि जोर दिया कि अगर सरकार जल्द चुनाव का आदेश नहीं देती है तो वह फिर से एक विशाल रैली की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी आयातित सरकार को स्वीकार नहीं करेगी।
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