रूस का यूक्रेन को दो टूक: शांति नहीं तो मिसाइलों का वार, पुतिन की सख्त चेतावनी

यूक्रेन युद्ध में कूटनीतिक तनाव के बीच रूस ने चेतावनी दी है कि शांति वार्ता में विफलता पर सैन्य कार्रवाई तेज होगी, जिससे मॉस्को अपने रणनीतिक लक्ष्य हासिल करेगा। ज़ेलेंस्की-ट्रंप वार्ता से पहले पुतिन का यह बयान यूक्रेन की शांति प्रक्रिया में रुचि पर सवाल उठाता है, जो यूरोप की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है।
यूक्रेन युद्ध को लेकर एक बार फिर तनाव बढ़ता दिख रहा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर कीव सरकार शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं होती है, तो रूस अपने सैन्य अभियान के जरिए सभी लक्ष्य हासिल करेगा। यह बयान ऐसे समय आया है जब एक दिन बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अहम बातचीत होने वाली है।
बता दें कि रूसी समाचार एजेंसी तास के मुताबिक, पुतिन ने कहा कि अगर कीव शांति के रास्ते पर आगे नहीं बढ़ता है तो मॉस्को सैन्य ताकत के ज़रिए अपने उद्देश्य पूरे करेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूक्रेन फिलहाल संघर्ष को शांतिपूर्ण ढंग से खत्म करने में कोई गंभीर रुचि नहीं दिखा रहा है।
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को कई साल बीत चुके हैं और इस संघर्ष ने यूरोप समेत पूरी दुनिया की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाला है। हाल के दिनों में रूस ने हमलों की तीव्रता बढ़ाई है, वहीं यूक्रेन को पश्चिमी देशों से लगातार सैन्य और आर्थिक समर्थन मिल रहा है।
मौजूद जानकारी के अनुसार, ज़ेलेंस्की और ट्रंप की प्रस्तावित मुलाकात को इस संघर्ष के समाधान की दिशा में अहम माना जा रहा है। हालांकि पुतिन के ताजा बयान से यह संकेत मिल रहा है कि रूस किसी भी कीमत पर अपने रणनीतिक लक्ष्य छोड़ने के मूड में नहीं है।
रूस का कहना है कि वह बातचीत के खिलाफ नहीं है, लेकिन उसकी शर्तों को नजरअंदाज कर शांति संभव नहीं है। वहीं, यूक्रेन लगातार अपनी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर समझौता न करने की बात दोहरा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में कूटनीतिक तनाव और बढ़ सकता है।
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