स्पेन ने कातालूनीया की स्वायत्तता निलंबित करने की धमकी दी

Spain gives Catalonia five days to clarify independence stance

‘‘कातालूनीया को स्वतंत्र राष्ट्र बनाये जाने’’ के फैसले को स्वीकार कर लिया है। इस ऐलान के बाद राजोय ने आपातकालीन बैठक बुलाई थी।

मैड्रिड, कातालूनीया की स्वतंत्रता के मुद्दे को लेकर जारी खींचतान के बीच स्पेन ने धमकी दी कि अगर कातालूनीया एक स्वतंत्र देश के गठन के लिए स्पेन से अलग होने के अपने फैसले पर आगे बढ़ता है तो उसकी स्वायत्तता निलंबित कर दी जाएगी।एक आपातकालीन मंत्रिमंडलीय बैठक में स्पेन की सरकार ने आज कहा कि ‘‘सभी विकल्पों’’ पर विचार किया जा रहा है। कातालूनियाई नेताओं ने स्वतंत्रता घोषित करने के लिये बहुमत होने की बात कही थी और कहा था कि उन्होंने इसकी घोषणा फिलहाल रोक रखी है। इस घोषणा के कुछ घंटों बाद मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी। प्रधानमंत्री मारियानो राजोय ने कहा कि इस क्षेत्र की स्वतंत्रता को रोकने के लिये उनके अधिकार में जो भी होगा वह सबकुछ करेंगे। इस विवाद ने स्पेन को कई दशकों के सबसे बड़े सियासी संकट में डाल दिया है।

कातालूनीया के राष्ट्रपति कार्ल्स प्यूगडेमोंट ने कल घोषणा की थी कि इस महीने हुये प्रतिबंधित जनमत संग्रह के बाद उन्होंने ‘‘कातालूनीया को स्वतंत्र राष्ट्र बनाये जाने’’ के फैसले को स्वीकार कर लिया है। इस ऐलान के बाद राजोय ने आपातकालीन बैठक बुलाई थी। राजोय ने कातालूनीया के नेता से साफ करने को कहा कि क्या उन्होंने सच में स्वतंत्रता की घोषणा की है। इससे कातालूनीया क्षेत्र के अर्द्ध स्वायत्त दर्जे को खत्म करने के लिए कदम उठाया सकता है। उन्होंने साथ ही अलगाववादी नेता को अपना रूख साफ करने के लिए पांच दिन का समय दिया जिसके बाद कातालूनिया की स्वायत्तता निलंबित कर दी जाएगी।

 

संसद में दिये गये भाषण ने बहुत से लोगों को असमंजस में डाल दिया जिसमें प्यूगडेमोंट ने तत्काल कहा कि कातालूनीया की स्वतंत्रता को फिलहाल स्थगित रखा जायेगा जिससे केंद्रीय सरकार के साथ बातचीत हो सके। नाम न जाहिर करने की शर्त पर एक सरकारी सूत्र ने आज कहा कि संकट को लेकर वार्ता चल रही है ऐसे में ‘‘सभी विकल्प’’ मौजूद हैं। स्पेन के आर्थिक ऊर्जा केंद्र के तौर पर देखे जाने वाला यह इलाका स्वतंत्रता को लेकर विभाजित है जहां 75 लाख लोगों का भविष्य दांव पर है। स्पेन से अलग होने की उसकी मुहिम ने यूरोपीय संघ के स्थायित्व के लिये भी चिंता खड़ी कर दी है। सरकार अपने इस रुख पर अड़ी थी कि वह मध्यस्थता या किसी बातचीत के लिये तब तक तैयार नहीं होगी जब तक कातालान नेता स्वतंत्रता की मांग को छोड़ते नहीं हैं।

 

उप प्रधानमंत्री सोराया साएंज डी सांतामारिया ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘श्रीमान प्यूगडेमोंट कोई भी वैधानिकता या लोकतंत्र में लौटे बगैर कोई भी मध्यस्थता थोपने की उम्मीद नहीं कर सकता।’’ उन्होंने कहा कि प्यूगडेमोंट ‘‘वह शख्स हैं जो नहीं जानते कि वह कहां हैं, कहां जा रहे हैं या वह किसके साथ जाना चाहते हैं।’’ संसद में अपनी घोषणा के बाद प्यूगडेमोंट और उनके सहयोगियों ने चैंबर के बाहर एक स्वतंत्रता घोषणा पर हस्ताक्षर किये लेकिन इसकी वैधता संदिग्ध है। वहीं स्पेन के विदेश मंत्री अल्फोंसो दास्तिस ने कातालान नेता कार्ल्स प्यूगडेमोंट पर ‘‘फरेब’’ का आरोप लगाया। प्यूगडेमोंट ने स्वतंत्रता के फैसले को स्थगित किया था। मंत्री ने कहा कि इस कदम से आर्थिक और सामाजिक अशांति फैलेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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