ट्रम्प के पेरिस समझौते से हटने से वैश्विक तापमान में होगी वृद्धिः अध्ययन

Study says Removal of Trump''s Paris Agreement increase global temperature

शहर में चल रही संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता में जारी की गयी एक रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पेरिस समझौते से हटने से वैश्विक तापमान में वर्ष 2100 तक करीब डेढ़ डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो जाएगी।

बॉन। शहर में चल रही संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता में जारी की गयी एक रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पेरिस समझौते से हटने से वैश्विक तापमान में वर्ष 2100 तक करीब डेढ़ डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो जाएगी। क्लाइमेट एक्शन ट्रैकर (सीएटी) अनुसंधान समूह ने पूर्व में अपने आकलन में कहा था कि अगर अमेरिका सहित सभी देश 196 देशों की संधि के तहत जतायी गयी कार्बन कटौती की प्रतिबद्धताएं पूरी करते हैं तो भी वैश्विक तापमान दुनिया में औद्योगिक क्रांति से पहले के स्तरों से 2.8 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हो सकता है।

वैज्ञानिकों ने कहा कि यह जलवायु आपदा से बचने के लिए पर्याप्त नहीं है। 2015 में मंजूर किए पेरिस समझौते में तापमान वृद्धि को दो सेल्सियस और संभव हो सके तो 1.5 सेल्सियस से ‘‘ठीक कम’’ सीमित करने का आह्वान किया गया है ताकि समुद्रजल के बढ़ते स्तर से और ज्यादा विध्वंसक बनने वाले भीषण सूखे, जानलेवा लू और विध्वंसक तूफान संबंधी भविष्य से बचा जा सके। रिपोर्ट में कहा गया कि अगर अमेरिका ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन के अपने लक्ष्यों का त्याग कर देता है तो सदी के अंत में तापमान 3.2 सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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