काबुल के सैन्य अकादमी पर IS का हमला, 5 जवानों की मौत

terrorist attack at marshal fahima university in kabul

अफगानिस्तान के काबुल में आज तड़के बंदूकधारियों ने एक सैन्य अकादमी पर हमला कर दिया। अफगानिस्तान की राजधानी में जारी हिंसा की यह ताजा घटना है।

काबुल। अफगानिस्तान के काबुल में आज तड़के बंदूकधारियों ने एक सैन्य अकादमी पर हमला कर दिया। अफगानिस्तान की राजधानी में जारी हिंसा की यह ताजा घटना है। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली है। अफगानिस्तान के एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि ‘मार्शल फहीम सैन्य अकादमी’ पर हुए हमले में कुछ हमलावर मारे गए। यह एक सप्ताह के भीतर हुआ तीसरा बड़ा हमला है।

सूत्रों ने बताया कि कम से कम चार हमलावरों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी है। बंदूकधारी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाली अकादमी के भीतर घुसने में नाकाम रहे। मिली जानकारी के मुताबिक इस हमले में 5 जवानों की मौत हो गई है। जबकि अन्य 10 लोग जख्मी बताए जा रहे है।  

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता दौलत वजीरी ने ‘एएफपी’ को बताया कि 10 सैनिक घायल हुए हैं। वजीरी ने कहा, ‘एक हमलावर ने खुद को उड़ा लिया और अन्य हमलावर अब भी मुकाबला कर रहे हैं। हमारी सेना ने उन्हें घेर लिया हैं।’ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने काबुल की बाहरी सीमा पर स्थित अकादमी से स्थानीय समयानुसार करीब पांच बजे कई धमाकों और गोलियों की आवाज सुनी।

 

सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी करके अकादमी जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया है। अकादमी परिसर में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि उसने पहले एक धमाके और उसके बाद गोलीबारी की आवाज सुनी। काबुल पुलिस के प्रवक्ता बशीर मुजाहिद ने ‘एएफपी’ को बताया कि रॉकेट और गोलियां दागी गईं। हमले की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। यह हमला शहर के भीड़-भाड़ भरे इलाके में एक तालिबानी आत्मघाती हमलावार के विस्फोटकों से भरी एंबुलेंस को उड़ा देने के कुछ दिनों बाद हुआ है। इस हमले में सैकड़ों लोग हताहत हुए थे।

 

शनिवार दोपहर को हुए उस हमले में कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई थी और 235 लोग घायल हुए थे। पिछले कुछ वर्षों में देश में हुआ यह सबसे घातक हमला था। सरकार ने इसके लिए तालिबान प्रायोजित हक्कानी नेटवर्क को दोषी ठहराया था। अफगानिस्तानी और पश्चिमी अधिकारियों को राजधानी में हाल ही में हुए कुछ हमलों में इसके (हक्कानी नेटवर्क के) शामिल होने की आशंका है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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