बाल्टीमोर पुल हादसे ने जहाज के पायलटों की भूमिका की ओर ध्यान दिलाया

Baltimore bridge disaster
प्रतिरूप फोटो
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सोमवार देर रात लगभग 1.25 बजे दो पायलट मालवाहक जहाज ‘डाली’ का नियंत्रण संभाल रहे थे, तभी इसमें बिजली चली गई और कुछ ही मिनट बाद यह ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ के एक खंभे से टकरा गया, जिससे पुल ढह गया और छह निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई।

बाल्टीमोर। बाल्टीमोर बंदरगाह से बड़े जहाजों का परिचालन करने वाले विशेषज्ञ पायलटों को विभिन्न मानदंडों का ध्यान रखना पड़ता है। इस सप्ताह बाल्टीमोर पुल हादसे के बाद पायलटों की अत्यधिक विशिष्ट भूमिका सामने आई है जिसमें कोई पायलट अस्थायी रूप से अपने नियमित कप्तान से जहाज का नियंत्रण लेता है। सोमवार देर रात लगभग 1.25 बजे दो पायलट मालवाहक जहाज ‘डाली’ का नियंत्रण संभाल रहे थे, तभी इसमें बिजली चली गई और कुछ ही मिनट बाद यह ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ के एक खंभे से टकरा गया, जिससे पुल ढह गया और छह निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई। 

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यह घटना निस्संदेह जहाज और बंदरगाह सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में बड़े सवाल उठाती है, लेकिन अब तक इस बात का कोई संकेत नहीं है कि ‘डाली’ पर सवार पायलटों ने तत्काल स्थिति से निपटने के लिए कुछ भी गलत किया। जहाज ने आपदा संदेश भेजा था जिसके बाद अधिकारियों को पुल पर यातायात बंद करने के लिए पर्याप्त समय मिल गया और संभवतः और अधिक मौत होने से रोका जा सका।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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