ट्रम्प ने वाशिंगटन में की रिपब्लिकन पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात

[email protected] । Apr 1 2016 1:37PM

राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के दावेदारों और पार्टी के बीच बढ़ते तनाव के बीच ट्रम्प ने वाशिंगटन में ‘रिपब्लिकन नेशनल कमेटी’ के अध्यक्ष से मुलाकात की।

वाशिंगटन। राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के दावेदारों और पार्टी के बीच बढ़ते तनाव के बीच डोनाल्ड ट्रम्प ने वाशिंगटन में ‘रिपब्लिकन नेशनल कमेटी’ (आरएनसी) के अध्यक्ष से मुलाकात की। ट्रम्प रिपब्लिकन उम्मीदवारी के दावेदारों में सबसे आगे चल रहे हैं। उन्होंने इससे पहले यह घोषणा की थी कि वह बैठकों के लिए वाशिंगटन में होंगे। बहरहाल, आरएनसी का दौरा और इसके अध्यक्ष रींस प्रीबस से उनकी मुलाकात हैरानी पैदा करने वाली है।

दो दिन पहले ही ट्रम्प ने यह भी घोषणा की थी कि वह अपने सिवाय राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के प्रयासों में लगे किसी भी दावेदार का समर्थन नहीं करेंगे। मंगलवार को उन्होंने यह भी ऐलान किया कि वह सितंबर में की गयी अपनी इस प्रतिबद्धता से बंधा हुआ महसूस नहीं करते जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि उन्हें पार्टी की उम्मीदवारी नहीं मिलती है तो वह प्राइमरी नतीजों का सम्मान करेंगे और निर्दलीय के रूप में चुनाव नहीं लड़ेंगे। मंगलवार को सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में ट्रम्प ने कहा, ‘‘मेरे साथ बहुत पक्षपातपूर्ण बर्ताव किया जा रहा है। खासतौर पर रिपब्लिकन पार्टी की आरएनसी और संस्थान की ओर से।’’ प्रीबस के साथ उनकी मुलाकात की विस्तृत जानकारी बहुत कम उपलब्ध है, लेकिन सीएनएन ने रिपब्लिकन सूत्र के हवाले से बताया कि यह चर्चा पारंपरिक नियमों और डेलिगेट प्रक्रिया के बारे में हुई।

इसके बाद ट्रम्प ने ट्विट किया: ‘‘रीस प्रीबस और जीओपी के साथ मुलाकात बहुत अच्छी रही। पार्टी को साथ लाने के लिए बहुत आशान्वित हूं और यह होगा।’’ राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, इसके अलावा उन्होंने अपनी नई विदेश नीति टीम के साथ भी मुलाकात की और दो कांग्रेस सांसदों के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया, जो वाशिंगटन के राजनीतिक प्रतिष्ठानों के बीच समर्थन जुटाने के लिए प्रयास करेगी। अगर ट्रम्प पार्टी उम्मीदवार बनने के लिए जरूरी 1,237 डेलिगेट का समर्थन नहीं जीत पाते हैं तो उम्मीदवार का चुनाव ओहायो के क्लीवलैंड में जुलाई में होने वाले सम्मेलन में डेलिगेट मतदान के जरिए होगा। ऐसी स्थिति में डेलिगेट उनके प्रतिनिधि के तौर पर भेजे गए दावेदारों को मतदान करने के लिए बाध्य नहीं होंगे और ऐसे में ट्रम्प को अपनी दावेदारी खोने का खतरा हो सकता है, जिससे उनके दो प्रतिद्वंद्वियों- टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज या ओहायो के गवर्नर जॉन कैसिच पार्टी उम्मीदवारी के संभावित दावेदार बन सकते हैं।

‘कंटेस्टेड या ब्रोकर्ड कन्वेंशन’ कही जाने वाली यह प्रक्रिया बहुत विरले ही होती है और ‘ब्रोकर्ड कन्वेंशन’ की स्थिति पैदा नहीं हो इसे रोकने में मदद और अपनी डेलिगेट रणनीति के प्रबंधन के लिए ट्रम्प ने मंगलवार को एक रिपब्लिकन कार्यकर्ता पॉल मैनाफोर्ट को नियुक्त करने की घोषणा की है। मैनाफोर्ट पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों- गेराल्ड फोर्ड, रोनाल्ड रीगन और जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश के साथ उनके नामांकन के लिए हुए सम्मेलनों के लिए रणनीति बनाने पर काम कर चुके हैं।

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