विभिन्न देशों के मानवाधिकार संस्थानों को मिलकर काम करना होगा: मानवाधिकार प्रमुख

बयान में उनके हवाले से कहा गया, ‘‘विभिन्न देशों के राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्थानों (एनएचआरआई) को मानवाधिकारों से जुड़े मुद्दों पर सुधार के लिए मिलकर काम करना होगा। इसके लिए, एनएचआरआई के बीच नियमित अंतराल पर चर्चा के माध्यम से सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान इस दिशा में एक बेहतर तरीका होगा।’’
नयी दिल्ली| राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरुण कुमार मिश्रा ने कहा है कि विभिन्न देशों के राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्थानों को मानवाधिकार से जुड़े मुद्दों पर सुधार के लिए मिलकर काम करना होगा।
उन्होंने इसके साथ ही नियमित अंतराल पर चर्चा के माध्यम से “सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान” का भी आह्वान किया। आयोग ने बुधवार को एक बयान में कहा कि मिश्रा ने मालदीव के मानवाधिकार आयोग के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए यह बात कही।
बयान में उनके हवाले से कहा गया, ‘‘विभिन्न देशों के राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्थानों (एनएचआरआई) को मानवाधिकारों से जुड़े मुद्दों पर सुधार के लिए मिलकर काम करना होगा। इसके लिए, एनएचआरआई के बीच नियमित अंतराल पर चर्चा के माध्यम से सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान इस दिशा में एक बेहतर तरीका होगा।’’
न्यायमूर्ति मिश्रा ने सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए इन मानवाधिकार इकाइयों के बीच बेहतर चर्चा का आह्वान किया। अधिकारियों ने कहा कि मालदीव के मानवाधिकार आयोग का छह सदस्यीय उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडलइसकी अध्यक्ष मरियम मुना के नेतृत्व में24-25 मई तक भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दो दिवसीय दौरे पर आया है। उन्होंने बताया कि इन प्रतिनिधियों ने संसद भवन देखने के साथ ही राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (दिल्ली) का दौरा भी किया।
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