1000 साल बाद बना ग्रहों का दुर्लभ संयोग, आकाश में एक साथ बिना टेलीस्कोप के दिखेंगे 4 ग्रह
अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शुक्र मंगल बृहस्पति और शनि समेत चार ग्रह सूर्योदय से लगभग 1 घंटे पहले पूर्व दिशा में सीधी रेखा में नजर आए हैं। आपको बता दें कि यह अद्भुत नज़ारा लगभग एक हजार साल बाद देखने को मिल रहा है। पिछली बार ऐसा नज़ारा 947 ईसवी में देखा गया था।
अप्रैल माह के अंत में एक ऐसी दुर्लभ खगोलीय घटना देखने को मिली है जिसमें चार ग्रह एक पंक्ति में नजर आ रहे हैं। भुवनेश्वर के पठानी सामंत तारामंडल के डिप्टी डायरेक्टर शुभेंदु पटनायक के मुताबिक, अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शुक्र मंगल बृहस्पति और शनि समेत चार ग्रह सूर्योदय से लगभग 1 घंटे पहले पूर्व दिशा में सीधी रेखा में नजर आए हैं। आपको बता दें कि यह अद्भुत नज़ारा लगभग एक हजार साल बाद देखने को मिल रहा है। पिछली बार ऐसा नज़ारा 947 ईसवी में देखा गया था।
इसे भी पढ़ें: Surya Grahan 2022: साल के पहले सूर्य ग्रहण से पहले जान लें ये जरुरी बातें, गर्भवती महिलाऐं भूलकर भी न करें ये काम
शुभेंदु पटनायक के मुताबिक, इस तरह की खगोलीय घटना को ग्रह परेड के रूप में भी जाना जाता है। ग्रह परेड की कोई वैज्ञानिक परिभाषा नहीं है लेकिन खगोल विज्ञान में एक घटना को दिखाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है, जब सौरमंडल में ग्रह एक ही लाइन होते हैं।
उनके मुताबिक, ग्रह परेड तीन तरह की होती है। पहली तरह की ग्रह परेड वह होती है जब हमारे सौरमंडल के तीन ग्रह सूर्य की तरफ आ जाते हैं। इस तरह की घटना को एक ही वर्ष में कई बार देखा जा सकता है। इसी तरह 4 ग्रह एक पंक्ति में साल में एक बार, 5 ग्रह 19 साल में एक बार और 8 ग्रह 170 साल में एक बार एक ही पंक्ति में आते हैं। दूसरी तरह की ग्रह परेड वह होती है जिसमें कुछ ग्रह एक ही समय में आकाश के एक छोटे से क्षेत्र में दिखाई देते हैं। इस तरह की एक परेड आखिरी बार 18 अप्रैल 2002 और जुलाई 2020 में हुई थी।
इसे भी पढ़ें: घर में पूर्वजों की तस्वीर लगाने से पहले जान लें ये नियम वरना हो छिन जाएंगी सारी खुशियाँ
तीसरी तरह की ग्रह परेड काफी दुर्लभ होती है और वह भी तब देखी जा सकती है जब सभी ग्रहों को देखने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हों। शुभेंदु के मुताबिक, अप्रैल के आखिरी हफ्ते में एक अनोखी ग्रह परेड होगी जब सूर्योदय से 1 घंटे पहले शुक्र मंगल बृहस्पति और शनि चार ग्रहों के साथ चंद्रमा पूर्वी क्षितिज से 30 डिग्री पर दिखाई देंगे। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल 2022 को शुक्र और बृहस्पति ग्रहों को एक साथ बहुत करीब से देखा जा सकेगा। यदि परिस्थितियां अनुकूल हुई तो कोई भी इस ग्रह परेड में बृहस्पति, शुक्र, मंगल और शनि को एक ही पंक्ति में बिना दूरबीन या टेलिस्कोप के देख सकता है।
- प्रिया मिश्रा
अन्य न्यूज़