क्या डोल गया ममता का आत्मविश्वास या बंगाल में कमल के कमाल की आहट, INDIA गुट के बाद रामकृष्ण मिशन मुद्दे पर भी अपनाया बैकफुट

Mamata
Prabhasakshi
अभिनय आकाश । May 23 2024 1:58PM

कार्तिक महाराज प्रदीप्तानंद महाराज के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने बनर्जी की कथित टिप्पणियों का हवाला दिया कि भारत सेवाश्रम संघ और रामकृष्ण मिशन के कुछ भिक्षु कथित तौर पर बंगाल चुनाव में भाजपा की मदद करने के लिए टीएमसी के खिलाफ काम कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह इन संगठनों को धमकी'दे रही हैं।

पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के पांच चरण गुजर चुके हैं। पश्चिम बंगाल की 25 सीटों पर वोट भी डाले जा चुके हैं। वहीं अगले दो चरणों में शेष बची 17 सीटों पर वोटिंग होना बाकी है। लेकिन लोकसभा चुनाव के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और बीजेपी के बीच एक संत को लेकर नया विवाद छिड़ा है। मुर्शिदाबाद में भारत सेवाश्रम संघ की बेलडांगा शाखा के सचिव कार्तिक महाराज ने मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी को कानूनी नोटिस भेजा है। कार्तिक महाराज ने अपने नोटिस में उनके संगठन के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणियों के लिए सीएम से माफी मांगने की मांग की गई। कार्तिक महाराज प्रदीप्तानंद महाराज के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने बनर्जी की कथित टिप्पणियों का हवाला दिया कि भारत सेवाश्रम संघ और रामकृष्ण मिशन के कुछ भिक्षु कथित तौर पर बंगाल चुनाव में भाजपा की मदद करने के लिए टीएमसी के खिलाफ काम कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह इन संगठनों को धमकी'दे रही हैं।

इसे भी पढ़ें: OBC आरक्षण खत्म करना चाहती थीं ममता, अमित शाह बोले- जनता को गंभीरता से इस पर सोचना चाहिए

सेवाश्रम को लेकर मोदी-ममता में जुबानी जंग

धार्मिक नेता श्री रामकृष्ण की पत्नी सारदा देवी का जन्मस्थान जयरामबाती शहर में एक रैली में बोलते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया कि भारत सेवाश्रम संघ और रामकृष्ण मिशन के कुछ सदस्य बीजेपी नेतृत्व के इशारे पर काम कर रहे हैं। बरहामपुर में एक महाराज हैं। मैं उनके बारे में काफी समय से सुन रही हूं। कार्तिक महाराज का कहना है कि वह पोल बूथ में किसी भी टीएमसी एजेंट को अनुमति नहीं देंगे। मैं उन्हें संत नहीं मानती क्योंकि वह सीधे तौर पर राजनीति में शामिल हैं और देश को बर्बाद कर रहे हैं। मैं भारत सेवाश्रम संघ का बहुत आदर करती थी। यह लंबे समय से मेरी सम्मानित संगठनों की सूची में है। रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ के कुछ भिक्षु दिल्ली में भाजपा नेताओं के प्रभाव में काम कर रहे हैं। जो लोग मंदिरों की देखभाल कर रहे हैं वे महान आध्यात्मिक कार्य कर रहे हैं, लेकिन हर कोई नहीं। हम भिक्षुओं का सम्मान करते हैं। बनर्जी के बयान के एक दिन बाद पीएम ने पुरुलिया में एक सार्वजनिक बैठक में जवाब दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राज्य की ममता सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री रामकृष्ण मिशन, भारत सेवा आश्रम और इस्कॉन के लोगों को खुलेआम धमकी दे रही है। वो सिर्फ अपने मदताताओं को खुश करने के लिए ऐसा कर रही है। जिस सरकार के मन में ऐसे धार्मिक संगठनों के प्रति कोई सम्मान नहीं है, उसे आपके वोटों के माध्यम से एक बड़ा सबक सिखाना है ताकि वह भविष्य में ऐसे संगठनों का अपमान करने की हिम्मत न कर सके। 

मोदी के अटैक पर डिफेंसिव मोड में आई टीएमसी

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और उसकी सुप्रीमो ममता बनर्जी डैमेज कंट्रोल मोड में आ गई है। बनर्जी ने बयान देकर सफाई दी कि वह किसी संस्था के खिलाफ नहीं बोल रही हैं। मैंने बस कुछ व्यक्तियों के बारे में बात की। ऐसे ही एक व्यक्ति थे कार्तिक महाराज। मैंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि मुझे जानकारी मिली है कि वह तृणमूल कांग्रेस के चुनाव एजेंटों को अनुमति नहीं देते है। वह धर्म की आड़ में भाजपा की ओर से काम करते हैं। उन्हें राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने का पूरा अधिकार है। लेकिन उस स्थिति में, उन्हें भगवा वस्त्र के पीछे शरण लेने के बजाय सार्वजनिक रूप से कमल के प्रतीक को गले लगाना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: 5 लाख OBC सर्टिफिकेट हो जाएंगे रद्द, हाई कोर्ट ने दे दिया बड़ा फैसला, जानें क्या है पूरा मामला और इस पर CM ममता का रिएक्शन

भारत सेवाश्रम संघ क्या है?

संगठन की उत्पत्ति आचार्य श्रीमत स्वामी प्रणवानंद जी महाराज से हुई है, जो एक तपस्वी थे जो तत्कालीन बंगाल राष्ट्रपति पद पर सामाजिक और धार्मिक कार्यों से जुड़े थे। संगठन के तहत पहला आश्रम 1917 में बाजितपुर में स्थापित किया गया था, जो अब बांग्लादेश में है। कहा जाता है कि अपनी स्थापना के तुरंत बाद, संगठन ने अकाल और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत कार्य किया था। लोगों के बीच अपना आधार बनाते हुए यह बंगाल के अन्य हिस्सों में फैल गया। वर्तमान में, यह देश भर में स्कूलों और अस्पतालों के साथ-साथ केदारनाथ, बद्रीनाथ, हरिद्वार और गया जैसे प्रमुख हिंदू तीर्थ केंद्रों में गेस्ट हाउस और हॉस्टल चलाता है।  भारत सेवाश्रम संघ एक परोपकारी और धर्मार्थ संगठन है जो वंचितों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए दृढ़ और स्थायी प्रतिबद्धता रखता है।

कौन हैं कार्तिक महाराज?

कार्तिक महाराज किशोरावस्था में ही संघ में शामिल हो गए थे और 20 साल की उम्र में उन्हें आधिकारिक तौर पर संगठन के नेता के रूप में नियुक्त किया गया था। बाद में उन्हें मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा शहर भेज दिया गया और वहां एक आश्रम बनाने की जिम्मेदारी दी गई। आश्रम को विकसित करने के अलावा, कार्तिक महाराज को शहर में स्कूल और अस्पताल बनाने का भी श्रेय दिया जाता है। उन्होंने कथित तौर पर मुर्शिदाबाद में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने में भी भूमिका निभाई। कार्तिक का दावा है कि वह किसी भी राजनीतिक गतिविधि में शामिल नहीं रहे हैं।

इंडिया गठबंधन को बाहर से समर्थन देने की बात से पलटी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने इंडिया ब्लॉक बनाया है और अगर वह 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर कर केंद्र में सरकार बनाती है तो वह गठबंधन का हिस्सा बनेंगी। बहुत से लोगों ने मुझे गलत समझा। हम इंडिया गठबंधन में रहेंगे। मैंने इंडिया  गठबंधन बनाया है। तृणमूल कांग्रेस ने इंडिया ब्लॉक के साथ सीट-बंटवारे के मुद्दों के बाद राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था। ममता ने पहले कहा था कि अगर भाजपा हारती है तो वह  विपक्षी मोर्चे को बाहर से समर्थन प्रदान करेंगी।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़