ललित मोदी संग रिलेशन को लेकर सुष्मिता सेन को कहा जा रहा है ‘Gold Digger’, क्या है इस शब्द की कहानी, इससे पहले और किनके लिए किया गया प्रयोग?

Gold Digger
prabhasakshi
अभिनय आकाश । Jul 18 2022 5:30PM

सोशल मीडिया की टॉप ट्रेंडिंग टॉपिक में है। कई तरह के मीम्स शेयर किए जा रहे हैं और सेन लगातार ट्रोलर्स के निशाने पर हैं। उन्हें गोल्ड डिगर तक बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर सुष्मिता सेन को बुरी तरह ट्रोल भी किया जा रहा है।

अपने से दस साल बड़े भगोड़े कारोबारी ललित मोदी से सुष्मिता सेन के प्यार पर बवाल हो गया है। दोनों के अफेयर का खुलासा 14 जुलाई को हुआ था। जब ललित मोदी ने सुष्मिता संग लवी-डवी तस्वीरें शेयर कर दी। ये बात कुछ लोगों को नागवार गुजरी। हमारे देश की 135-40 करोड़ की आबादी में से कुछ रायचंद हैं, जिनसे राय मांगों या न मांगों वो राय जरूर देते हैं। जिसने अपनी छोटी ऊंगली के नाखून के पास हल्का सा कटने पर भी पट्टी न करवाई हो वो भी आपको कैंसर का इलाज बता देते हैं। सुष्मिता सेन पर इल्जाम भी बहुत सारे लगे और मजाक भी उड़ाया गया। इसके साथ ही उन्हें गोल्ड डिगर भी बोल दिया गया। सुनने में थोड़ा भारी भरकम अंग्रेजी का शब्द, गूगल करके देखो तो कई सारे मतलब निकलकर सामने आएंगे, मसलन- सोने की खुदाई करने वाला, सोने को निकालने वाला और सबसे आखिर में धन के लिए अमीर पुरुष से संबंध या विवाह करने वाली। फिर हमने सोचा कि चक्कर क्या है भईया, गोल्ड मतलब सोना और डिगर मतलब खुदाई करने वाला। फिर ये अमिर शख्स से शादी या संबंध रखने वाली का क्या मतलब बनता है। 

इसे भी पढ़ें: तो ऐसे मिली देश को लेफ्ट हैंड बैट्समैन, जानिए स्मृति मंधाना का अब तक कैसा रहा सफर

दरअसल, ये महिलाओं को नीचा दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाले टॉप टेन शब्दों में से एक माना जा सकता है। आया ये भले ही बाहर से हो लेकिन यहां पर अगर किसी लड़की ने अमीर शख्स से शादी कर ली या रिलेशनशिप में आ गई तो उसे गोल्ड डिगर कह दिया जाता है। महिलाएं गोल्ड डिगर होती है? ये बात इतनी दफा दोहराई गई है कि धरती का सबसे बड़ा सच प्रतीत होने लगी। बंदर इंसान के पूर्वज निकले या नहीं लेकिन औरत का लोभी होना तय माना जाता है! इसी के लिए प्रयोग किया जाने वाला शब्द है गोल्ड डिगर। 

क्या है गोल्ड डिगर शब्द की कहानी

इस शब्द का शुरुआती इस्तेमाल 1919 में आए एक नाटक के दौरान देखा गया था। ब्रॉडवे के नाटक द गोल्ड डिगर्स में ऐसी महिलाएं दिखाई गई थीं, जो एक अमीर पति की तलाश में थीं। इसे एवेरी हॉपवुड द्वारा निर्देशित किया गया था। 1920 के दशक में पैगी हॉपकिंस जॉयस नाम की एक अमेरिकी अभिनेत्री, कलाकार की मॉडल और डांसर थीं। अपने प्रदर्शन करियर के अलावा, जॉइस अपने तेजतर्रार जीवन के लिए जाना जाता था, जिसमें कई व्यस्तताएं थीं। उन्होंने 15 साल की उम्र में ही एक साइकलिस्ट के प्यार में पड़ कर घर छोड़ दिया। लेकिन फिर वो करोड़पति एवरेट आर्चर जूनियर से मिलीं। उन्होंने साइकलिस्ट को डंप किया और 1910 में आर्चर से शादी कर ली। जॉयस ने बाद में दावा किया कि उसने आर्चर को तलाक दे दिया क्योंकि एक करोड़पति की पत्नी का जीवन "ऐसा बिल्कुल भी नहीं था जो मैंने सोचा था। वाशिंगटन डी.सी. में निजी चेवी चेस स्कूल फॉर गर्ल्स के पास  जॉइस की मुलाकात शहर के बड़े नामी गिरामी वकील के बेटे और पेशे से एडवोकेट शेरबर्न हॉपकिंस से हुई। फिर 20 साल की उम्र में जॉयल ने 1 सितंबर, 1913 को हॉपकिंस से शादी कर ली। जॉइस ने 1917 में हॉपकिन्स को न्यूयॉर्क शहर में शो बिजनेस में अपना करियर बनाने के लिए छोड़ दिया। 1920 में दोनों का तलाक हो गया। 1920 में जॉयस ने करोड़पति लंबरन जे से शादी की। उस जमाने में शादी के कुछ ही दिनों बाद जॉयस ने एक सप्ताह के समय में 1 मिलियन डॉलर की शॉपिंग कर खासा सुर्खियां बटोरी। धीरे-धीरे वो अमेरिकी प्रेस में सबसे अधिक चर्चित शख्सियत बन गईं। उस समय के पॉप कल्चर में पेगी जॉयस के लिए गोल्ड डिगर शब्द का इस्तेमाल किया गया। साल 2000 में 'गोल्ड डिगर: द आउटरेजियस लाइफ एंड टाइम्स ऑफ पेगी हॉपकिंस जॉयस नाम से एक किताब भी आई।  

महिला का पैसे के लिए अमीर पुरूष से शादी करना 

 1920 का दौर अमेरिका के लिए ऐसा वक्त जब पुरूषों के पास पैसों की कमी नहीं थी। लेकिन उनके मुकाबले महिलाएं कम पैसों और बेहतर नौकरियों में बेहद सीमित मात्रा में थीं। यहां तक की अधिकांश महिलाएं घर से बाहर काम के लिए भी नहीं जाया करती थीं। अमीर पति से उन्हें एक लग्जरी लाइफ जीने का मौका मिलता था। ये वो वक्त था जब लेबर मार्केट में औरतों को बराबर की भागीदारी के मौके भी नहीं मिलते थे। ओनाती इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर द सोशियोलॉजी ऑफ लॉ न डिफेन्स ऑफ द गोल्ड डिगर लेख के अनुसार अपनी आर्थिक सुरक्षा के लिए महिलाओं का अमीर पुरुषों संग शादी करना ज्यादा प्रायिक था। 

इसे भी पढ़ें: पहले राष्ट्रपति का रहा है सबसे लंबा कार्यकाल, भारत के सर्वोच्च पद पर पहुंचे वाले चेहरों में 6 ब्राह्मण, 3 मुस्लिम और 2 बार SC नाम शामिल

अब आते हैं भारत पर हाल ही में सुष्मिता सेन संग ललित मोदी के रिलेशनशिप सोशल मीडिया की टॉप ट्रेंडिंग टॉपिक में है। कई तरह के मीम्स शेयर किए जा रहे हैं और सेन लगातार ट्रोलर्स के निशाने पर हैं। उन्हें गोल्ड डिगर तक बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर सुष्मिता सेन को बुरी तरह ट्रोल भी किया जा रहा है। इस बीच खुद को गोल्ड डिगर कहे जाने पर सुष्मिता सेन एक पोस्ट के जरिए ट्रोलर पर अपनी भड़ास निकाली है। अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम हैंडल एक तस्वीर शेयर करते हुए एक लंबा चौड़ा नोट लिखा है। इस नोट में सुष्मिता ने लिखा है कि- ''बीतों दिनों में मेरा नाम गोल्ड डिगर दौलत की लालची कहकर सोशल मीडिया पर काफी उछाला जा रहा है। मेरी जमकर आलोचना की जा रही है. लेकिन मैं इन आलोचनाकर्ताओं की बिल्कुल भी परवाह नहीं करती हूं। मैं सोना नहीं बल्कि हीरे की परख रखने का हुनर रखती हूं। ऐसे में कुछ बुद्धिजीवियों के जरिए गोल्ड डिगर कहना उनकी निचली मानसिकता को साफ-साफ दिखाता है।

इसे भी पढ़ें: हर घर तिरंगा अभियान के तहत 20 करोड़ घरों पर फहराया जाएगा तिरंगा : सरकार

इससे पहले महिला के साथ इस तरह का व्यवहार किया गया था जब रिया चक्रवर्ती पर सुशांत सिंह राजपूत की हत्या का आरोप लगाया गया था ताकि वह अपने पैसे पर नियंत्रण कर सके। विष कन्या, हत्यारिन, काला जादू करने वाली, लालची और इसी में एक शब्द 'गोल्ड डिगर' ये मीडिया और नेटिज़न्स के निशाने पर खूब रही थीं। ऐसी ही जब मोनाली ठाकुर ने अपनी सीक्रेट मैरिज का खुलासा कर सभी को चौंका दिया था। उन्होंने स्विट्जरलैंड बेस्ड बिजनेसमैन माइक रिचर संग तीन साल पहले की शादी का खुलासा किया तो इस खुलासे के बाद कुछ लोगों ने उन्हें गोल्ड डिगर कहकर ट्रोल करना शुरु कर दिया था। अनुष्का शर्मा एक अन्य उदाहरण हैं, जिन्हें मैदान पर विराट कोहली के परफॉर्मेंस के लिए लगातार दोषी ठहराया जाता है। अभिनेत्री सोशल मीडिया गोल्ड डिगर होने के आरोपों से त्रस्त थीं। ट्रोलर्स की तरफ से ट्वीट करके पूछा भी जाता  कि पूछा, “ये तथाकथित अभिनेत्रियाँ आम पुरुषों के साथ शादी क्यों नहीं करती हैं?

-अभिनय आकाश 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़