योगी के सामने कोरोना की कठिन चुनौती, क्या-क्या प्रमुख कदम उठा रही है UP सरकार?

Yogi
अंकित कुमार । Mar 30 2020 5:25PM

भारत सरकार के लॉक डाउन के बाद योगी आदित्यनाथ पर उत्तर प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन काफी जिम्मेदारी है। योगी आदित्यनाथ लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह लॉकडाउन का पालन करें।

कोरोना महामारी पूरी दुनिया में बड़ी ही तेजी से पैर पसार रहा है। भारत में भी यह लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत सरकार के साथ-साथ राज्य की सरकारों ने भी कोरोना महामारी से लड़ने के लिए कई योजनाएं तैयार की है। जनसंख्या के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश मैं कोरोना के संक्रमण वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है। इसी को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई अहम फैसले लिए हैं और चिकित्सीय सुविधाओं पर भी जोड़ दिया है। कोरोना को लेकर योगी आदित्यनाथ लगातार सक्रिय है और राज्य के हर क्षेत्र का वह स्वयं दौरा भी कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ वहां भी पहुंच रहे हैं जहां पर कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा लोग संक्रमित हैं। हम आपको बताते हैं कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना महामारी के वक्त आम जनता के लिए क्या घोषणा की है और किस तरीके से मरीजों के लिए भी व्यवस्थाएं की गई हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर मनरेगा योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में राज्य के 27.15 लाख श्रमिकों के बैंक खातों में सीधे 611 करोड़ रुपये भेज दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम विकास विभाग और भारतीय स्टेट बैंक ने मिलकर प्रदेश के 27 लाख 15 हजार से अधिक मनरेगा मजदूरों के खातों में 611 करोड़ की राशि भेजी है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण पलायन कर रहे मजदूरों की स्थिति को देखकर सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि इस धनराशि का मजदूरों के लिए क्या महत्व है। उन्होंने कहा ‘‘वास्तव में आर्थिक स्वावलम्बन की ओर अग्रसर करने में स्वरोजगार परक इन योजनाओं की बड़ी भूमिका है।’’ उन्होंने कहा ‘‘प्रदेश सरकार ने 80 लाख से अधिक मनरेगा श्रमिकों के लिए निःशुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था की है। 80 करोड़ गरीबों को पूरे देश में इन योजनाओं से लाभान्वित करने की दिशा में आज का यह कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण है।’’ योगी ने कहा कि जनधन योजना में जिन महिला लाभार्थियों के खाते हैं, उन सभी को 500 रुपये प्रतिमाह अतिरिक्त धनराशि मिलेगी। अन्य ऐलान

कोरोना को देखते हुए उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने भी कई ऐलान किए हैं। लोगों की मदद के लिए यूपी पुलिस की पीआरवी 112 के लगभग 3000 फोर-व्हीलर और 1500 टू-व्हीलर सुरक्षा के साथ-साथ आवश्यक सामग्री भी पहुंचाने का कार्य करेंगे। कोरोना के संक्रमण में आने वालों के मुफ़्त इलाज की व्यवस्था प्रदेश सरकार कर रही है। इसके अलावा हर ग्राम पंचायत, स्कूल, हॉस्पिटल तथा हर धार्मिक स्थल के बाहर बड़े-बड़े होर्डिंग्स, पोस्टर्स आदि चस्पा किए जा रहे हैं ताकि लोग सावधानी बरतें। दिहाड़ी मज़दूरी करने वालों को एक निश्चित धनराशि RTGS के माध्यम से भेजी जाएगी जो आज कर दिया गया। 

चिकित्सकीय सुविधा

  • 1268 आइसोलेशन बेड निजी और सरकारी अस्पताल राज्य में उपलब्ध हैं। हालांकि अस्पतालों में इसकी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
  • 5 प्रयोगशालाएँ कोरोन वायरस के परीक्षण के लिए केन्द्रीय सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश में हैं।
  • स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 108 की 2200 एंबुलेंस हैं, 102 की 2270 एंबुलेंस तैयार हैं।
  • एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस 250 हैं। इसके अलावा चिकित्सकीय सुविधाओं को लगातार बढ़ाने की कोशिश का जा रही है।

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योगी ने अपनी सक्रियता को लगातार जारी रखा है। दिल्ली से भारी संख्या में मजदूरों के पलायन को देखते हुए योगी आदित्यनाथ ने एक हजार बस चलाने का फैसला लिया ताकि इन मजदूरों को उनके गंतव्य स्थानों तक सुरक्षित पहुंच जाएगा जा सके। योगी ने बार-बार माननीय अपील करते हुए साफ-साफ कहा है कि जो जहां है वहीं रुके। उनकी जरूरतों का ख्याल स्वयं सरकार करेगी। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ लगातार उत्तर प्रदेश के शहरों का दौरा कर रहे हैं। सोमवार को वह गौतम बुध नगर में थे जबकि मंगलवार को गाजियाबाद और मेरठ जाएंगे। योगी आदित्यनाथ लगातार अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। उन्हें कोरोना से लड़ने के लिए दिशा निर्देश भी जारी कर रहे हैं। अधिकारियों की लापरवाही को देखते हुए योगी उन्हें फटकार भी लगा रहे हैं और उन पर का कार्रवाई के संकेत भी दे रहे हैं। गौतम बुध नगर पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को फटकार ते हुए साफ कहा कि आपके ही वजह से जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। अपने उत्तर प्रदेश के नागरिकों का दिल्ली से पलायन को देखते हुए योगी ने अरविंद केजरीवाल को खत लिखकर कहा कि आप हमारे नागरिकों का ख्याल रखें, वैसे ही हम भी दिल्ली के नागरिकों का उत्तर प्रदेश में ख्याल रखेंगे।

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हालांकि इन सबके बीच योगी आदित्यनाथ का राह चुनौतियों से भरी है। जनसंख्या के हिसाब से उत्तर प्रदेश के बड़ा राज्य होते हुए यहां की चिकित्सीय सुविधाओं को और बढ़ाने की जरूरत है। भले ही योगी ने अस्पतालों में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए फ्री में इलाज की घोषणा की है लेकिन उन इलाज को सही तरीके से कराना भी एक चुनौती है। इसके अलावा राज्य में संक्रमित मरीजों की जांच काफी कम हुई है। ऐसे में इस जांच को बढ़ाने की भी जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ के कंधे पर है ताकि यह संक्रमण आगे ना फैले। भारत सरकार के लॉक डाउन के बाद योगी आदित्यनाथ पर उत्तर प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन काफी जिम्मेदारी है। योगी आदित्यनाथ लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह लॉकडाउन का पालन करें।

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