Mahakumbh Stampede के बाद भीड़ को काबू में करने के लिए प्रशासन अलर्ट, रेलवे स्टेशन से लेकर हाईवे तक हुए बदलाव

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रितिका कमठान । Jan 29 2025 12:22PM

प्रशासन ने नवनिर्मित संगम जंक्शन को बंद किया है। मौनी अमावस्या पर आयोजित हुए अमृत स्नान में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु संगम पर पहुंचे थे। अब भी श्रद्धालुओं का बड़ी संख्या में संगम के तट पर पहुंचना जारी है। कई श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है।

प्रयागराज में जारी महाकुंभ में बुधवार 29 जनवरी को भगदड़ मच गई है। इस हादसे के बाद प्रशासन ने अधिक सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। इस कड़ी में प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के मद्देनजर कई कदम उठा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दारागंज रेलवे स्टेशन को पूरी तरह से बंद कर दिया है।

आजतक की रिपोर्ट के अनुसार प्रशासन ने नवनिर्मित संगम जंक्शन को बंद किया है। मौनी अमावस्या पर आयोजित हुए अमृत स्नान में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु संगम पर पहुंचे थे। अब भी श्रद्धालुओं का बड़ी संख्या में संगम के तट पर पहुंचना जारी है। कई श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है। भदोही सीमा पर कुछ श्रद्धालु रोके गए है। होल्डिंग एरिया में इन श्रद्धालुओं को ठहराने के इंतजाम किए गए हैं जो अस्थाई रूप से तैयार किए गए है।

हालांकि इन सबसे बीच महाकुंभ जाने वाले लोगों को कई परेशानियां हो रही है। प्रयागराज जाने के हर रास्ते पर बैरिकेडिंग लगाई गई है, जिससे भीड़ को काबू में किया जा सके। सुरक्षा-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए दारांगज रेलवे स्टेशन पर सीआरपीएफ के अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है। 

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक डीआइजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने घुड़सवार पुलिस कर्मियों को श्रद्धालुओं को त्रिवेणी संगम घाट खाली कराने का आदेश दिया है। इससे पहले, मौनी अमावस्या पर महाकुंभ क्षेत्र में उमड़ने वाली भारी भीड़ के बीच सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बम निरोधक दस्ते की एक टीम ने एक खोजी कुत्ते के साथ क्षेत्र की नियमित जांच की। एएनआई से बात करते हुए कृष्णा ने महाकुंभ 2025 के दौरान त्रिवेणी संगम पर चल रहे भीड़ नियंत्रण उपायों को संबोधित किया, जिसमें आज पवित्र स्नान के लिए 10 करोड़ से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है।

वैभव कृष्ण ने कहा, "हमें आज 10 करोड़ से ज़्यादा लोगों के आने की उम्मीद है। हमारे सभी अधिकारी और कर्मचारी कल शाम से ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैनात हैं। लोग यहाँ सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान कर रहे हैं।" उन्होंने सुबह भारी भीड़ के दबाव को स्वीकार किया, लेकिन कहा कि कई अखाड़ों ने अपने स्नान को विलंबित करने पर सहमति जताई है, जिससे अधिकारियों को भीड़ को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, "कई अखाड़ों ने हमसे भीड़ को नियंत्रित करने को कहा और कहा कि वे बाद में स्नान के लिए निकलेंगे। अब चूंकि भीड़ नियंत्रण में है, इसलिए अखाड़ों और संतों के लिए हमारी तैयारियां पूरी हो गई हैं। अखाड़ा मार्ग और अखाड़ा घाट तैयार हैं।" डीआईजी ने पुष्टि की कि पूरे इलाके को सैनिटाइज कर दिया गया है और अखाड़ों को इसकी जानकारी दे दी गई है, जो जल्द ही अपना स्नान शुरू करेंगे। भगदड़ के बारे में उन्होंने कहा, "हमारे पास भगदड़ में मारे गए लोगों की आधिकारिक संख्या नहीं है क्योंकि हम यहां भीड़ नियंत्रण में लगे हुए हैं। घायलों का इलाज किया जा रहा है।"

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