टिहरी में समिति के गठन के बाद पेयजल संकट के विरोध में पांच दिन से जारी जनांदोलन खत्म

Tehri water crisis
ANI

रावत ने बताया कि बैठक के बाद समिति स्थलीय निरीक्षण करेगी और उसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि अगर पेयजल संकट का समाधान नहीं हुआ तो जनांदोलन को फिर शुरू किया जाएगा।

ऋषिकेश से सटी टिहरी जिले की नरेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र में 33 करोड़ रुपये की लागत से बनी पेयजल योजना के बावजूद भरपूर पट्टी के 23 गांवों में पेयजल संकट के विरोध में पिछले पांच दिनों से जारी जनांदोलन प्रशासन द्वारा जांच समिति गठित किए जाने के बाद शुक्रवार को समाप्त हो गया।

‘जल जीवन मिशन’ के तहत ‘हर घर जल पेयजल परियोजना’ से पानी नहीं मिलने के विरोध में ग्रामीण ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर कौड़ियाला से 13 किलोमीटर दूर ‘जीरो बैंड’ पर आंदोलन कर रहे थे।

भरपूर पट्टी की ग्राम सभा कुर्ण की निवर्तमान ग्राम प्रधान व उत्तराखंड ग्राम प्रधान संगठन की प्रदेश प्रवक्ता पुष्पा रावत ने यहां बताया कि टिहरी जिला प्रशासन ने उक्त पेयजल परियोजना के दायरे में आने वाले क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति की स्थिति जानने के लिए एक जांच समिति गठित कर दी है जिसके बाद जनांदोलन समाप्त हो गया है।

इस समिति में शामिल रावत ने बताया कि कीर्तिनगर की उपजिलाधिकारी सौम्या गर्बयाल की अध्यक्षता में गठित इस छह सदस्यीय समिति की पहली बैठक 17 अप्रैल को होगी।

इस समिति में देवप्रयाग में जल निगम के अपर सहायक अभियंता पवन पायल और देवप्रयाग में जलसंस्थान के कनिष्ठ अभियंता अमित रतूड़ी को भी शामिल किया गया है।

रावत ने बताया कि बैठक के बाद समिति स्थलीय निरीक्षण करेगी और उसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि अगर पेयजल संकट का समाधान नहीं हुआ तो जनांदोलन को फिर शुरू किया जाएगा।

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