कृषि आधारित उद्योग बदल सकते हैं बिहार का भविष्य: राजीव रंजन

Rajiv Ranjan

प्रसाद ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के बीस लाख करोड़ रुपये के पैकेज का एक भाग खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में निवेश होगा, जिसका लाभ बिहार को इसलिए दूसरे राज्यों से ज्यादा हो सकता है कि राज्य में तीसरे कृषि रोड के जरिये इसकी पृष्ठ भूमि तैयार है।

पटना। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने राज्य में मखाना, शहद एवं शाही लीची के ब्रांडिंग, उत्पादन, मार्केटिंग के साथ चिनिआ केला, कतरनी चावल आदि के उत्पादन के लिए लिए गए नीतिगत निर्णयों को दूरदर्शितापूर्ण पहल बताया है।

प्रसाद ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के बीस लाख करोड़ रुपये के पैकेज का एक भाग खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में निवेश होगा, जिसका लाभ बिहार को इसलिए दूसरे राज्यों से ज्यादा हो सकता है कि राज्य में तीसरे कृषि रोड के जरिये इसकी पृष्ठ भूमि तैयार है। हमारी जमीन उर्वर है एवं भू जल प्रचुर मात्रा में है। वहीं प्रवासी मानव बल भी कोरोना काल में जहाँ से भी गृह राज्य में लौट रहे हैं, यदि अवसर मिला तो उनके स्किल का लाभ बिहार को तो मिलेगा ही, उन्हें भी आजीविका के लिए अन्यत्र नहीं जाने को बाध्य होना पड़ेगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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