अखिलेश योगी सरकार पर साधा निशाना, कहा- भाजपा राज में चारों तरफ भय, भ्रम का वातावरण
अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि ऐसी पुलिस जनता की सुरक्षा कैसे करेगी। उन्होंने कहा, प्रदेश में खनन माफिया अपनी अलग ही सत्ता चला रहे हैं। सरकार के बड़े-बड़े नेताओं के संरक्षण में खनिज का काला धंधा चलता है। इस धंधे पर उंगली उठाते ही माफिया, सत्ताधीश और अफसरशाही का त्रिकोण सक्रिय हो जाता है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बांदा में अध्यापक के आठ वर्षीय बालक के अपहरण और हत्या तथा फिरोजाबाद में 16 वर्षीय किशोरी की घर में घुस कर हत्या जैसी कई घटनाओं का हवाला देकर भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार पर शनिवार को प्रहार किया। समाजवादी पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा, अन्याय, अत्याचार, भ्रष्ट्राचार और चारों तरफ भय, भ्रम का वातावरण भाजपा राज का परिचय हो गया है। हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार का बोलबाला है। उन्होंने कहा, बेतहाशा महंगाई, अवरुद्ध विकास, बेकारी और किसानों की बर्बादी से जिंदगी दूभर हो गई है। फर्जी पुलिस मुठभेड़, निर्दोषों के जीवन से खिलवाड़ पर कोई अफसोस नहीं है और बच्चियों के साथ आए दिन दुष्कर्म की घटनाओं से हर परिवार दहला हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश में सत्ता संरक्षित दबंगों का हर तरफ आतंक है और अपराधी अब पुलिस पर भी हाथ उठाने से नहीं चूक रहे हैं। पीलीभीत में 3 सिपाहियों को पीटने के बाद उन्हें विधायक निवास के बाहर अधमरा छोड़े जाने की शर्मनाक घटना घटी है।
इसे भी पढ़ें: बसपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव केके सचान समाजवादी पार्टी में शामिल
अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि ऐसी पुलिस जनता की सुरक्षा कैसे करेगी। उन्होंने कहा, प्रदेश में खनन माफिया अपनी अलग ही सत्ता चला रहे हैं। सरकार के बड़े-बड़े नेताओं के संरक्षण में खनिज का काला धंधा चलता है। इस धंधे पर उंगली उठाते ही माफिया, सत्ताधीश और अफसरशाही का त्रिकोण सक्रिय हो जाता है। कई पत्रकार और राजनीतिक कार्यकर्ता इसमें अपनी जान गंवा बैठे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कई घटनाओं को गिनाते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा राज में दलितों पर अत्याचार काफी बढ़ गया है। उन्होंने इसके उदाहरण दिये और हमीरपुर के कुरारा थाना क्षेत्र के ग्राम खरौंज निवासिनी सावित्री का जिक्र किया जिसने समाजवादी पार्टी कार्यालय लखनऊ आकर अपनी व्यथा-कथा सुनाई है। अखिलेश ने कहा कि सवर्णों के झगड़े के फलस्वरूप सावित्री के पति भोला वाल्मीकि की हत्या कर दी गई और उसका शव 23 मई को खेत में मिला और अब परिवार वालों को गांव छोड़ने की धमकी दी जा रही है। अखिलेश का कहना है कि थाने में नामजद तहरीर देने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। हत्या को आत्महत्या में बदलने की साजिश की जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या भाजपा का यही रामराज्य है।
अन्य न्यूज़