सदन की कार्यवाही को बाधित ना करने के लिए आरोप प्रत्यारोप बंद करें सभी दल: नायडू
राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू ने सत्तापक्ष और विपक्ष के सभी दलों से सदन की कार्यवाही को बाधित करने के मामले में आरोप प्रत्यारोप के दौर से बाहर आने की अपील करते हुये अबाध और सुचारु कार्यवाही सुनिश्चित करने की अपील की है।
नयी दिल्ली। राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू ने सत्तापक्ष और विपक्ष के सभी दलों से सदन की कार्यवाही को बाधित करने के मामले में आरोप प्रत्यारोप के दौर से बाहर आने की अपील करते हुये अबाध और सुचारु कार्यवाही सुनिश्चित करने की अपील की है। नायडू ने आज से शुरु हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले उच्च सदन में सभी दलों के नेताओं के साथ आज बैठक कर कहा कि सदन की कार्यवाही को सुचारु बनाने की जिम्मेदारी सिर्फ सत्ता पक्ष की नहीं है। यह सभी दलों का संयुक्त उत्तरदायित्व है।
उन्होंने सभी दलों के नेताओं से मानसून सत्र पर चुनावी मौसम को हावी नहीं होने देने की अपील करते हुये कहा कि राजनीतिक एवं चुनावी फायदे के मकसद से सदन की कार्यवाही बाधित करने की प्रवृत्ति के कारण संसद के प्रति जनता के विश्वास में गिरावट आ रही है। यह गंभीर चिंता का विषय है। नायडू ने सभी दलों से मानसून सत्र को सफल बनाने में सक्रिय और सकारात्मक सहयोग की अपील करते हुये कहा कि कोई भी दल किसी मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिये सदन को ठप्प नहीं कर सकता है।
उन्होंने सदन के समक्ष पेश किये गये सभी मुद्दों को नियमों के मुताबिक ही सदन पटल पर रखने की इजाजत देने का भरोसा दिलाया। बैठक में संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित आठ केन्द्रीय मंत्रियों के अलावा कांग्रेस से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सपा के रामगोपाल यादव, राकांपा के शरद पवार, राजद के प्रेमचंद गुप्ता और तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर रॉय सहित 20 दलों के 23 नेताओं ने हिस्सा लिया।
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