NIA दिवस पर बोले अमित शाह, मानवाधिकारों की रक्षा के लिए आतंकवाद को जड़ से खत्म करना जरूरी
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद के विरुद्ध में शून्य सहिष्णुता की नीति बनाकर आगे बढ़ रही है। NIA को भारत सरकार की ओर से कोई भी सहायता, किसी भी स्वरूप में अपेक्षित हो तो वो देने के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज 13वें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि NIA की जांच इस प्रकार के अपराधों में होती है जहां साक्ष्य मिलना मुश्किल होता है लेकिन इसके बावजूद आपने (NIA ने) उपलब्धि प्राप्त की है जो प्रेरणा है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद के विरुद्ध में शून्य सहिष्णुता की नीति बनाकर आगे बढ़ रही है। NIA को भारत सरकार की ओर से कोई भी सहायता, किसी भी स्वरूप में अपेक्षित हो तो वो देने के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब भी आतंकवाद विरोधी अभियान होते हैं, कुछ मानवाधिकार समूह मानवाधिकारों का मुद्दा उठाते हैं लेकिन मैं हमेशा मानता हूं कि आतंकवाद मानव अधिकारों के उल्लंघन का सबसे बड़ा कारण है। मानवाधिकारों की रक्षा के लिए आतंकवाद को जड़ से खत्म करना जरूरी। उन्होंने कहा कि अपने गठन के बाद से, एनआईए ने 400 मामले दर्ज किए, जबकि 93.25 प्रतिशत की सजा दर के साथ 349 मामलों में चार्जशीट दायर की गई, हमने एनआईए और यूएपीए अधिनियमों को मजबूत किया है और एजेंसी को विदेशों में आतंक के मामलों की जांच करने का अधिकार दिया है जहां भारतीयों को नुकसान पहुंचाया गया था।Whenever there're anti-terror operations,some human rights groups raise issue of human rights but I always consider that terrorism is biggest cause of human rights violations. It's imperative to eradicate terrorism from its roots to safeguard human rights:Union Home Min Amit Shah pic.twitter.com/FRLFdPIApx
— ANI (@ANI) April 21, 2022
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