विपक्ष पर अमित शाह का हमला, कहा- EVM का विरोध जनादेश का अनादर
शाह ने विपक्ष से सवाल किया कि EVM की विश्वसनीयता पर प्रश्न उठाने वाली इन अधिकांश विपक्षी पार्टियों ने कभी न कभी EVM द्वारा हुए चुनावों में विजय प्राप्त की है।
चुनावी नतीजों से पहले EMV एक बड़ा मद्दा बना हुआ है। EVM पर निपक्ष जहां सवाल खड़े कर रहा है वहीं सत्ता पक्ष इसे विपक्ष की हताशा बता रहा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इसे लेकर विपक्ष पर हमला किया है। अमित शाह ने कहा है कि ईवीएम का विरोध जनादेश का असम्मान है, 22 दल हार की आशंका में भारत, उसके लोकतंत्र की छवि खराब कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मतगणना से पहले चुनाव प्रक्रिया में बदलाव की विपक्ष की मांग असंवैधानिक, कोई भी फैसला सर्वदलीय सहमति के बगैर नहीं लिया जा सकता।
EVM का विरोध देश की जनता के जनादेश का अनादर है।
— Chowkidar Amit Shah (@AmitShah) May 22, 2019
हार से बौखलाई यह 22 पार्टियां देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवालिया निशान उठा कर विश्व में देश और अपने लोकतंत्र की छवि को धूमिल कर रही है।
मैं इन सभी पार्टियों से कुछ प्रश्न पूछना चाहता हूं। pic.twitter.com/YcKQvvOlq0
शाह ने विपक्ष से सवाल किया कि EVM की विश्वसनीयता पर प्रश्न उठाने वाली इन अधिकांश विपक्षी पार्टियों ने कभी न कभी EVM द्वारा हुए चुनावों में विजय प्राप्त की है। यदि उन्हें EVM पर विश्वास नहीं है तो इन दलों ने चुनाव जीतने पर सत्ता के सूत्र को क्यों सम्भाला? उन्होंने कहा कि मतगणना के सिर्फ दो दिन पूर्व 22 विपक्षी दलों द्वारा चुनावी प्रक्रिया में परिवर्तन की मांग पुर्णतः असंवैधानिक है क्योंकि इस तरह का कोई भी निर्णय सभी दलों की सर्वसम्मति के बिना सम्भव नहीं है।
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शाह ने एक और सवाल करते हुए पूछा कि विपक्ष ने EVM के विषय पर हंगामा छः चरणों का मतदान समाप्त होने के बाद शुरू किया। एक्जिट पोल के बाद यह और तीव्र हो गया। एक्जिट पोल EVM के आधार पर नहीं बल्कि मतदाता से प्रश्न पूछ कर किया जाता है। अतः एक्जिट पोल के आधार पर आप EVM की विश्वसनीयता पर कैसे प्रश्न उठा सकते है?
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