अरविन्द केजरीवाल को पढ़ना चाहिए भारत का संविधान: शीला दीक्षित
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने आज कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पहले संविधान पढ़ना चाहिए और उसके बाद दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री एवं संसद से सम्पर्क करना चाहिए।
नयी दिल्ली। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने आज कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पहले संविधान पढ़ना चाहिए और उसके बाद दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री एवं संसद से सम्पर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री की भूमिका संविधान में स्पष्ट तौर पर परिभाषित है। उन्होंने इस बात पर हैरत जतायी कि क्यों आप नेता सोमवार से उपराज्यपाल के अनिल बैजल के कार्यालय में धरना दिये हुए हैं।
दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी शीला ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इसके पीछे उनकी (केजरीवाल) क्या मंशा है?’’ उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर शर्मिन्दा हैं कि उपराज्यपाल कार्यालय में धरने की तस्वीरों को एक मुख्यमंत्री इंटरनेट पर जारी कर रहे हैं। अपनी और आम आदमी पार्टी सरकार की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि वह जब 1998 में मुख्यमंत्री बनी थीं तो केन्द्र में भाजपा की सरकार थी तथा उनके बीच कोई टकराव नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भी दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य की मांग की थी किंतु कभी इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया।
शीला ने कहा कि केजरीवाल को यह बात समझनी चाहिए कि दिल्ली एक केन्द्र शासित क्षेत्र है। यदि वह यह सोचते हैं कि वह हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसा शासन मॉडल चला सकते हैं तो वह गलत समझ रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा , ‘‘ पहले उन्हें संविधान पढ़ना चाहिए। यदि उन्हें लगता है कि संविधान में संशोधन की जरूरत है तो उन्हें मोदी जी एवं संसद से सम्पर्क करना चाहिए।’’ बहरहाल उन्होंने यह भी कहा कि लोग धरने के पीछे की राजनीति समझते हैं क्योंकि ‘वे बेवकूफ नहीं हैं।’
अन्य न्यूज़