असम ने लॉकडाउन को दो और हफ्ते बढ़ाने के लिए केंद्र को पत्र लिखा
मुख्यमंत्री ने कहा कि जारी लॉकडाउन के दौरान, राज्य के सरकरी तंत्र ने ऐसे करीब 44 लाख लोगों को राशन उपलब्ध कराया जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत लाभार्थी नहीं थे।
सोनोवाल ने कहा कि उन्होंने बंद के चौथे चरण में उन रियायतों पर भी अपने विचार रख दिए हैं जो वह राज्य के लिए चाहते हैं। उन्होंने कहा, “भारत सरकार को इस पर विचार करने दिया जाए। मैं अभी इसके बारे में ज्यादा नहीं कहना चाहता। सभी राज्यों ने केंद्र को लिखा है जो बंद की अवधि बढ़ाए जाने पर फैसला लेगा।” सोनोवाल ने कहा कि इस बात की पूरी आशंका है कि वैश्विक महामारी के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियां आने वाले समय में और बढ़ेंगी लेकिन इस बात पर भी जोर दिया कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए बड़ी चुनौती होगी। मैं जनता से केवल यह आग्रह करता हूं कि वे सामाजिक दूरी के नियम का पालन करें। हमें धैर्य के साथ इसका सामना करना होगा। कोविड-19 असाधारण, अभूतपूर्व चुनौती है।”Under the leadership of PM Shri @narendramodi Ji, India is fighting as One against #COVID19. We have taken the challenges head-on, as our duty, responsibility and together, we will emerge victorious. pic.twitter.com/Hb6T4bl6fH
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) May 15, 2020
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मुख्यमंत्री ने कहा कि जारी लॉकडाउन के दौरान, राज्य के सरकरी तंत्र ने ऐसे करीब 44 लाख लोगों को राशन उपलब्ध कराया जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत लाभार्थी नहीं थे। उन्होंने कहा, “कई गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) और लोग इस संकट के समय गरीब लोगों की मदद करने के लिए आगे आए। हम उनके आभारी हैं।” सोनोवाल ने चिकित्सकों, नर्सों और अन्य चिकित्सा कर्मियों समेत अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे लोगों के अलावा पुलिस एवं मीडिया जैसी आवश्यक सेवाओं के लोगों के प्रति भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने लोगों का जीवन बचाने में “अत्यधिक योगदान’’ दिया है।
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