'आत्मनिर्भर भारत' संरक्षणवाद नहीं, बल्कि घर में ही अधिक क्षमता करना है विकसित: जयशंकर

S Jaishankar

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वैश्विक व्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव निश्चित रूप से पहले से कठिन दौर के पूर्वानुमान को बढ़ाएगा।

नयी दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि आत्मनिर्भरता की परिकल्पना दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सरंक्षणवाद के बारे में नहीं, बल्कि घर पर ही अधिक क्षमता विकसित करने तथा बाहर और अधिक प्रभावी तरीके से काम करने को लेकर है। ब्लूमबर्ग इंडिया इकोनॉमिक फोरम-2020 में जयशंकर ने कोविड-19 का संदर्भ देते हुए कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से दुनिया सबसे बड़ी आपदा का सामना कर रही है। 

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जयशंकर ने कहा कि वैश्विक व्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव निश्चित रूप से पहले से कठिन दौर के पूर्वानुमान को बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ सरंक्षणवाद नहीं है, बल्कि यह घर पर ही अधिक क्षमता विकसित करने तथा बाहर और अधिक प्रभावी तरीके से काम करने को लेकर है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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