इस वजह से रविशंकर, हर्षवर्धन समेत दूसरे मंत्रियों का हुआ इस्तीफा! प्रधानमंत्री मोदी ने खुद बताई वजह
एम मोदी ने नई कैबिनेट के साथ पहली मीटिंग में कहा कि ये मंत्री व्यवस्था के चलते हटे हैं। इनके हटने का इनकी क्षमता से कोई संबंध नहीं है। उन्हें भी पीएम मोदी ने नसीहत देते हुए कहा कि इनके मंत्रालयों का जिम्मा संभालने वाले इनसे मिलकर इनके अनुभव का फायदा लें।
मोदी कैबिनेट के सबसे बड़े विस्तार को लेकर तो चर्चा सभी तरफ हो रही हैं। लेकिन इसके साथ ही मंत्रिमंडल से कुछ बड़े नामों की छुट्टी को लेकर भी तमाम तरह के कयासों का दौर चल रहा था। तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थी और इस्तीफे के पीछे के कारण भी गिनाए जा रहे थे। लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस मामले को लेकर सारी तस्वीर साफ कर दी है। पीएम मोदी ने नई कैबिनेट के साथ पहली मीटिंग में कहा कि ये मंत्री व्यवस्था के चलते हटे हैं। इनके हटने का इनकी क्षमता से कोई संबंध नहीं है। उन्हें भी पीएम मोदी ने नसीहत देते हुए कहा कि इनके मंत्रालयों का जिम्मा संभालने वाले इनसे मिलकर इनके अनुभव का फायदा लें। बता दें कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बुधवार शाम को होने वाले फेरबदल व विस्तार से पहले रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ. हर्षवर्द्धन, सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष कुमार गंगवार आदि ने इस्तीफा दे दिया था।
इसे भी पढ़ें: कोरोना से लड़ाई के लिए 23100 करोड़ के इमरजेंसी हेल्थ पैकेज का ऐलान, जानें कैबिनेट विस्तार के बाद पहली बैठक के बड़े फैसले
इसके साथ ही कैबिनेट की बैठक में हुए अहम फैसले के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज कैबिनेट की बैठक में कृषि और किसानों के कल्याण को लेकर महत्वपूर्ण फैसले किए गए हैं। मंडियों को सशक्त करने के लिए कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के उपयोग के साथ-साथ लोन पर ब्याज में छूट की व्यवस्था भी की गई है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत बनाने के लिए 23 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक के एक नए पैकेज को मंजूरी दी गई है। इसके तहत देश के सभी जिलों में पीडियाट्रिक केयर यूनिट से लेकर आईसीयू बेड, ऑक्सीजन स्टोरेज, एंबुलेंस और दवाओं जैसे जरूरी इंतजाम किए जाएंगे।
अन्य न्यूज़