भूपेंद्र यादव ने पर्यावरण संरक्षण में जनजाति समुदाय की भूमिका को सराहा
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि, पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थिति की संतुलन बनाए रखने की भूमिका को ध्यान रखते हुए पर्यावरण मंत्रालय ने जनजातीय कार्य मंत्रालय के साथ मिलकर वन संसाधनों के प्रबंधन में जनजातीय समुदायों को और अधिक अधिकार देने का निर्णय लिया है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने पर्यावरण संरक्षण में आदिवासी समुदाय की भूमिका की सराहना करते हुए बुधवार को कहा कि जनजातियों को एक समुदाय के रूप में समझने की जरूरत है।
उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की ओर से आयोजित एक संगोष्ठी में कहा, जनजाति समुदाय के प्रति सरकार और आमजन को सजग रहने की जरूरत है। जनजातियों को एक समुदाय के रूप में समझने की आवश्यकता है।
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मंत्री ने कहा कि जनजाति समुदाय आदिकाल से ही पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने में सबसे आगे रहे हैं। इस भूमिका को ध्यान रखते हुए हाल ही में पर्यावरण मंत्रालय ने जनजातीय कार्य मंत्रालय के साथ मिलकर वन संसाधनों के प्रबंधन में जनजातीय समुदायों को और अधिक अधिकार देने का निर्णय लिया है।
इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में विकास करने के साथ ही जनजातीय समुदायों से संवाद स्थापित करने की जरूरत है। अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष हर्ष चौहान ने कहा कि जनजाति समुदाय के लिए योजनाएं उनको साथ लेकर ही बननी चाहिए।
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