अयोध्या पहुंचे संतों का बड़ा ऐलान, VHP मॉडल पर ही होगा मंदिर निर्माण, जानें क्या है ये प्रस्तावित मॉडल

ram temple
अभिनय आकाश । Jun 4 2020 3:41PM

अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेंद्र आनंद सरस्वती ने 2022 तक राम मंदिर बन जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि हमारी इच्छा है कि जब लोग चुनाव के मैदान में उतरें, उससे पहले रामलला मंदिर में खेलते हुए दिखें।

हजारों, करोड़ों हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा राम मंदिर आखिर कब तक बनेगा। कब बनकर तैयार राम मंदिर इस सवाल के जवाब का हर किसी को इंतजार है। अयोध्या के संतों ने इसका जवाब दे दिया है। राम लला के दर्शन करने और ट्रस्ट के अध्यक्ष को जन्मोत्सव की बधाई देने राम की नगरी अयोध्या पहुंचे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगतगुरु वासुदेवानंद ने कहा कि प्रस्तावित मॉडल पर ही राम मंदिर बनेगा। ये मॉडल करोड़ों लोगों के दिलों में बसा है। इसका पूजन घर-घर हो चुका है।  इस दौरान उन्होंने कहा कि जो लोग विश्व का सबसे ऊंचा राम मंदिर बनाने की बात कर रहे हैं मैं उनको नहीं जानता। मैं उनसे पूछता हूं कि कितना ऊंचा मंदिर बनाना चाहते हैं।

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वहीं अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेंद्र आनंद सरस्वती ने 2022 तक राम मंदिर बन जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि हमारी इच्छा है कि जब लोग चुनाव के मैदान में उतरें, उससे पहले रामलला मंदिर में खेलते हुए दिखें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की सरकारों ने सदैव राम मंदिर निर्माण में बाधाएं पहुंचाने का ही काम किया। जब रामलला के भक्त योगी आदित्यनाथ सत्ता में आए तभी मंदिर का फैसला हो सका।

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गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मणिराम दास छावनी जाकर मुलाकात की और उन्हें जन्मदिवस की बधाई दी। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए भैयाजी जोशी ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। भैयाजी ने कहा कि जो भी होगा राम मंदिर दिव्य, भव्य एवं मजबूत बनेगा। ये लाखों भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र भी रहेगा। 

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क्या है मंदिर निर्माण का वीएचपी का मॉडल 

वीएचपी ने 8 अक्टूबर 1984 को अयोध्या से राम मंदिर आंदोलन की शुरुआत की थी। जिसके बाद 1989 में प्रस्तावित मॉडल भी वीएचपी ने संतों से स्वीकृत करा लिया था और इसी मॉडल के जरिए वीएचपी ने राम मंदिर को लेकर पूरे देश में जनजागरण अभियान भी चलाया था। पहली बार प्रस्तावित राम मंदिर का मॉडल 2001 के कुंभ में श्रद्धालुओं के लिए लाया गया था। उसके बाद से 2007, 2013 और 2019 के कुंभ के दौरान भी यह मॉडल प्रयागराज में रखा गया था। 

  • प्रस्तावित मंदिर की लंबाई करीब 268 फुट होगी।
  • ये मंदिर करीब 140 फुट चौड़ा होगा।
  • जन्मभूमि पर जो मंदिर बनेगा, उसकी ऊंचाई करीब 128 फुट होगी।
  • यह मंदिर दो मंजिल का होगा. पहली मंजिल की ऊंचाई 18 फुट होगी, दूसरी मंजिल 15 फुट को होगी।
  • मंदिर का चबूतरा 8 फुट ऊंचा होगा, जिस पर सीढ़ियों से पहुंचा जा सकेगा. इस पर करीब 10 फुट चौड़ा परिक्रमा मार्ग भी होगा।
  • इस मंदिर में कुल 5 प्रखंड होंगे- अग्रभाग, सिंहद्वार, नृत्यमंडप, रंगमंडप और गर्भगृह।

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