उत्तर प्रदेश की बड़ी खबरें: कोरोना के 12 नए मामले आए सामने, अबतक 16 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज दी गई

Corona

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में 15,14,590 डोज दी गयी। प्रदेश में कल तक पहली डोज 11,16,20,542 तथा दूसरी डोज 4,95,26,326 लगायी गयी हैं तथा अब तक कुल 16,11,46,868 डोज दी जा चुकी है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,26,055 सैम्पल की जांच की गयी है। जिसमें कोरोना संक्रमण के 12 नये मामले आये हैं। प्रदेश में अब तक कुल 8,75,63,987 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 09 तथा अब तक कुल 16,87,399 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 89 एक्टिव मामले हैं। प्रसाद ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में 15,14,590 डोज दी गयी। प्रदेश में कल तक पहली डोज 11,16,20,542 तथा दूसरी डोज 4,95,26,326 लगायी गयी हैं तथा अब तक कुल 16,11,46,868 डोज दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए सभी लोग कोविड अनुरूप आचरण करे। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कोविड हेल्पलाइन 18001805145 पर सम्पर्क करे।

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मेरठ के अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल रमई का निरीक्षण

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी द्वारा गोवंश की सुरक्षा एवं निराश्रित गोवंश को संरक्षण प्रदान किये जाने के दिशा-निर्देशों के क्रम में प्रमुख सचिव, पशुधन,  सुधीर गर्ग द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों को निराश्रित गोवंश को संरक्षित करने, समुचित सुरक्षा प्रदान करने, भूसा, चारा की उपलब्धता, पीने हेतु स्वच्छ जल के साथ-साथ बीमार गोवंश की चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख सचिव द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में आज जनपद मेरठ के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा0 अनिल कंसल द्वारा अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल बहचौला, विकास खण्ड रजपुरा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान गोआश्रय स्थल पर संरक्षित 53 गोवंश स्वस्थ पाए गए। गो आश्रय स्थल पर तीन मादा गोवंश गर्भित पायी गयीं। गो आश्रय स्थल पर उपलब्ध दुधारू गोवंश को कुपोषित परिवार को दिया जाएगा। गो आश्रय स्थल पर 40 कुन्तल भूंसा, 01 कुन्तल दाना एवं 20 किलोग्राम मिनरल मिक्चर का भण्डारण उपलब्ध था। प्रतिदिन गोवंश के खाने हेतु 400 किग्रा0 हरे चारे की भी उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है। गोवंश को ठण्ड से बचाव हेतु तिरपाल सहित समुचित व्यवस्था है। गौ आश्रय स्थल पर 02 केयर टेकर द्वारा दिन एवं रात्रि में कार्य भी किया जाता है। गो आश्रय स्थल में बाउंड्रीवाल एवं गेट निर्मित है। गोबर से वैल्यू एडेड प्रोडक्ट बनाने के लिए प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। गो आश्रय स्थल पर गोवंश का भरण-पोषण समुचित व्यवस्थाओं के साथ उचित प्रकार से किया जा रहा है।

लाभार्थियों को फोर्टिफाइड चावल के रूप में पुष्टाहार की आपूर्ति हेतु 13 करोड़ 32 लाख 80 हजार 360 रूपए स्वीकृत

प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश की परियोजनाओं के अन्तर्गत संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 06 माह से 03 वर्ष आयु के बच्चों, 03 वर्ष से 06 वर्ष की आयु के बच्चों एवं गर्भवती तथा धात्री महिलाओं को वित्तीय वर्ष 2021-22 के तृतीय त्रैमास हेतु र्फोटिफाइड चावल के रूप में पुष्टाहार की आपूर्ति पर आने वाले अनुमानित व्यय के अग्रिम आहरण की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इस संबंध में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आवश्यक शासनादेश जारी कर दिया गया है। जारी शासनादेश के अनुसार बाल विकास परियोजनाओं में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर योजनान्तर्गत निर्धारित मानकों के अनुरूप लाभार्थियों को फोर्टिफाइड चावल के रूप में पुष्टाहार की आपूर्ति हेतु 13 करोड़ 32 लाख 80 हजार 360 रूपये मात्र की धनराशि का अग्रिम आहरण करने एवं इस प्रयोजन हेतु खाद्य एवं रसद विभाग को भुगतान किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है।

केन्द्र पुरोनिधानित प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 

प्रदेश सरकार द्वारा केन्द्र पुरोनिधानित प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना राज्य घटक के अन्तर्गत भारत सरकार से प्राप्त केन्द्रांश की धनराशि जारी कर दी गयी है। इस संबंध में आवश्यक शासनादेश व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास द्वारा जारी कर दिया गया है। जारी शासनादेश के अनुसार केन्द्र पुरोनिधानित प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अन्तर्गत चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में केन्द्रांश धनराशि 4082.60 (चालीस करोड़ बयासी लाख साठ हजार मात्र) की स्वीकृति शर्ताें के अधीन प्रदान की गयी है।

राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, परसपुर करनैलगंज, गोण्डा

प्रदेश सरकार द्वारा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, परसपुर, करनैलगंज, गोण्डा के भवन निर्माण हेतु वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। इस संबंध में आवश्यक शासनादेश व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास द्वारा जारी कर दिया गया है। जारी शासनादेश के अनुसार राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, परसपुर करनैलगंज, गोण्डा के भवन निर्माण हेतु वित्तीय वर्ष 2021-22 में अवशेष धनराशि 257.00 लाख में से 150 लाख रूपये (एक करोड़ पचास लाख) की स्वीकृति शर्तों एवं प्रतिबन्धों के अधीन प्रदान की गयी है।

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जेवर एयरपोर्ट के बनने से लॉजिस्टिक लागत में आयेगी कमी और होगी समय की बचत

उत्तर प्रदेश के नोएडा का जेवर एयरपोर्ट विश्व का चौथा सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा, जिसके निर्माण का शिलान्यास देश के प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी ने 25 नवम्बर, 2021 को किया है। यह अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा विश्व के महत्वपूर्ण हवाई अड्डो में माना जायेगा। भारत के एविएशन मैप में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर रहेगा। पूरे देश में यह सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट होगा। इसके निर्माण से देश की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आयेगी और यह एयरपोर्ट भविष्य के लिए उड्डयन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम है। उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास में यह हवाई अड्डा महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। जेवर एयरपोर्ट का निर्माण पहले चरण में 3300 एकड़ भूमि पर आरम्भ हुआ है और इसके निर्माण में 5730 करोड़ रूपये से अधिक का निवेश हुआ है। इस एयरपोर्ट में निवेश की संभावनाओं को बल मिलेगा। दिल्ली के पास होने के साथ-साथ प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, अलीगढ़ आदि जनपदों के औद्योगिक विकास, फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, एपैरल पार्क, उ0प्र0 डिफंेस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, अलीगढ़ नोड़ के निर्माण से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों, उद्यमियों, व्यापारियों, आमजन को विशेष लाभ होगा। जेवर एयरपोर्ट के बन जाने पर एक लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा। हजारों युवक अपना काम धंधा, उद्यम स्थापित कर आत्मनिर्भर बनेगें। भारत में पहली बार इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल कार्गो हब की अवधारणा के साथ जेवर एयरपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। इसके निर्माण से प्रदेश देश में बनी विभिन्न औद्योगिक, खाद्यान्न आदि वस्तुओं का निर्यात शीघ्रता से होगा। साथ ही वस्तुओं के विनिमय आयात निर्यात/लॉजिस्टिक लागत में कमी आयेगी और समय की बचत  होगी। शीघ्रता में भेजी जाने वाली वस्तुओं, स्थानीय उत्पाद और कृषि उपज अन्तर्राष्ट्रीय बाजारों में प्रतिस्पर्धा के साथ आयेंगे। प्रतिस्पर्धा होने से निर्मित वस्तुओं, विभिन्न उत्पादों की गुणवत्ता भी अच्छी होगी। किसानों के विभिन्न कृषि उपज की मॉग बढ़ेगी एवं उससे बनने वाले खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के उत्पाद का निर्यात भी शीघ्रता से होगा। प्रदेश के विभिन्न उत्पादों के निर्यात के लिए कार्गो हब का निर्माण प्रदेश वासियों की आर्थिक प्रगति में बहुत सहायक होगा। देश के मैप में जेवर एयरपोर्ट उत्तर भारत के लॉजिस्टिक गेटवे के रूप में उभरेगा और उत्तर प्रदेश गलोबल लॉजिस्टिक मैप के रूप में विश्व के नक्शे में उभरेगा। इस एयरपोर्ट से प्रतिवर्ष लगभग सवा करोड़ यात्रियों का आवागमन होगा। दिल्ली गाजियाबाद, नोएडा, अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद, मेरठ आदि शहरों के करोड़ो लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इस एयरपोर्ट के साथ ही एयरो सिटी के निर्माण की योजना भी सरकार ने बनाई है इस एयरपोर्ट के निर्माण से हास्पिटैलिटी और पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटन को बढ़़ावा मिलने से देश की संस्कृति और आर्थिक प्रगति में मजबूती आयेगी। जेवर में बन रहे इस एयरपोर्ट के साथ ग्राउण्ड ट्रॉसपोर्टेशन सेन्टर का भी विकास होगा, एयरपोर्ट तक रोड़, रेल और मेट्रो के निर्माण से निर्बाध कनेक्टिविटी बनी रहेगी। इस एयरपोर्ट का संचालन डिजिटल टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा और यह नेट जीरो एमिशन के साथ संचालित होगा। देश में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक 5 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों का राज्य बना है। इस एयरपोर्ट को 2024 तक बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

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