दो से तीन चरणों में कराए जा सकते हैं बिहार चुनाव, जून में राज्य का दौरा करेगी टीम

सूत्रों ने बताया कि दिवाली और छठ जैसे प्रमुख त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव कार्यक्रम की योजना बनाई जाने की उम्मीद है। बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर, 2025 को समाप्त हो रहा है और उससे पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जानी चाहिए।
बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव होने है। इसको लेकर सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर आ रही है। जानकारी के मुताबिक 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव दो से तीन चरणों में कराए जा सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि दिवाली और छठ जैसे प्रमुख त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव कार्यक्रम की योजना बनाई जाने की उम्मीद है। बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर, 2025 को समाप्त हो रहा है और उससे पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जानी चाहिए।
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पिछले दो चुनावों में भी बिहार में कई चरणों में मतदान हुआ था। 2020 में, मतदान तीन चरणों में हुआ था - 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर, 3 नवंबर को 94 सीटों पर और 7 नवंबर को 78 सीटों पर - 10 नवंबर को नतीजे घोषित किए गए थे। 2015 में चुनाव पांच चरणों में हुए थे। खबर यह है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार इस महीने के अंत में तैयारियों की समीक्षा के लिए बिहार का दौरा करेंगे। इस बीच, बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) सहित चुनाव अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि चुनावी प्रक्रिया में सटीकता सुनिश्चित की जा सके। आयोग का उद्देश्य महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में मतदाता सूची को लेकर सामने आए आरोपों से बचना है।
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पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आयोग ने कहा है कि 6 से 10 जनवरी 2025 के बीच बिहार, हरियाणा और दिल्ली में अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद कोई अपील दायर नहीं की गई। सभी बीएलओ को घर-घर जाकर मतदाता विवरण सत्यापित करने के लिए पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले पहली बार के मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए एक विशेष अभियान भी चलाया जाएगा। चुनाव प्रबंधन को कारगर बनाने के लिए चुनाव आयोग एक सिंगल-पॉइंट ऐप ECINET, एक एकीकृत डिजिटल डैशबोर्ड पेश कर रहा है, जो पहले 40 अलग-अलग ऐप और वेबसाइट का उपयोग करने की आवश्यकता को बदल देता है। बिहार चुनाव तक इस प्रणाली के पूरी तरह कार्यात्मक होने की उम्मीद है।
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