भाजपा ने पीएम केयर्स फंड का दिया हिसाब, रविशंकर प्रसाद बोले- ईमानदारी से काम करती है मोदी सरकार

Ravi Shankar Prasad

पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मोदी सरकार ईमानदारी से काम करती है, इसलिए जनता का आशीर्वाद मिलता है और वही ईमानदारी पीएम केयर्स फंड में भी दिखाई देती है।

नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कोरोना के खिलाफ देश की एकता को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम केयर्स फंड संबंधी याचिका को खारिज कर उच्चतम न्यायालय ने एक ‘‘प्रायोजित षड्यंत्र’’ को निरस्त किया है। पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मोदी सरकार ईमानदारी से काम करती है, इसलिए जनता का आशीर्वाद मिलता है और वही ईमानदारी पीएम केयर्स फंड में भी दिखाई देती है। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने केंद्र को कोविड-19 से लड़ने के लिए पीएम केयर्स कोष में आई दान की राशि को राष्ट्रीय आपदा मोचन कोष (एनडीआरएफ) में स्थानांतरित करने का निर्देश देने से इनकार कर दिया। उच्चतम न्यायालय ने यह फैसला गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ‘ सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन’ की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनाया, जिसमें कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए पीएम केयर्स कोष में जमा राशि एनडीआरएफ में स्थानांतरित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। प्रसाद ने कहा कि आज उच्चतम न्यायालय का फैसला आया जिसमें पीएम केयर फंड को एनडीआर में ट्रांसफर करने के लिए याचिका दायर की गई थी। लंबी बहस के बाद अदालत ने इस याचिका को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘आज जब पीएम केयर्स फंड पर यह फैसला आया है तो उनके (राहुल) द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र को सुप्रीम कोर्ट ने निरस्त किया है।’’ उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राहुल गांधी ने पहले दिन से देश की एकता को कमज़ोर करने की कोशिश की। चाहे वह कोरोना योद्धाओं के सम्मान में ताली बजाए जाने का कार्यक्रम हो या फिर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाना या फिर दीप जलाना। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने इन सबका मजाक बनाया और अब पीएम केयर पर भी हमला करना। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने में एक भी कसर बाकी नहीं रखी।’’ उन्होंने बताया कि पीएम केयर्स कोष एक पंजीकृत पब्लिक ट्रस्ट है जिसके अध्यक्ष खुद प्रधानमंत्री हैं। पारदर्शी तरीके से इसका सदुपयोग हो रहा है और इस कोष से निवेश हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘आज सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर मुहर लगाई है।’’ 

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प्रसाद ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पीएम केयर्स कोष से अब तक 3100 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसमें दो हजार करोड़ रू सिर्फ वेंटिलेटर के लिए दिए गए हैं। उन्होंने बताया, ‘‘50,000 वेंटिलेटर, पीएम केयर्स फंड के द्वारा दिए गए पैसे से उपलब्ध कराए गए हैं। लगभग 1000 करोड़ राज्यों को दिए गए हैं, प्रवासी मजदूरों की व्यवस्था करने के लिए। लगभग 100 करोड़ दिए गए हैं कोरोना के खिलाफ वैक्सीन के अनुसंधान में मदद करने के लिए। 3100 करोड़ की बड़ी राशि कोरोना से लड़ाई के लिए दी गई है।’’ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में कथित तौर पर राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए 100 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किए जाने और कांग्रेस पार्टी को चीन से मिले कथित फंड का जिक्र करते हुए प्रसाद ने कहा कि इस फाउंडेशन को कहां से क्या-क्या मदद मिली है, यह सभी जानते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को सत्ता में छह साल हो गए हैं लेकिन तथ्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने की कोई हिम्मत नहीं हुई। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार ईमानदारी से काम करती है इसलिए जनता का आशीर्वाद मिलता है और वही ईमानदारी पीएम केयर्स फंड में भी दिखाई देती है। ज्ञात हो कि केंद्र ने 28 मार्च को आपात स्थितियों में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं राहत (पीएम केयर्स) कोष की स्थापना की थी, जिसका प्राथमिक उद्देश्य कोविड-19 की वजह से उत्पन्न मौजूदा परिस्थिति से निपटना और प्रभावितों को राहत पहुंचाना था।

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