UP Nagar Nikay Chunav 2023: BJP ने इस बार बाहरी नेताओं पर क्यों जताया है ज्यादा भरोसा?

uttar pradesh nagar nikay chunav 2023
ANI

दूसरे चरण के चुनाव के जिन सात नगर निगमों के महापौर उम्मीदवारों के नाम घोषित किये गये, इनमें शाहजहांपुर से अर्चना वर्मा, अयोध्या से गिरिशपती त्रिपाठी, कानपुर से प्रमिला पांडेय, गाजियाबाद से सुनीता दयाल, अलीगढ़ से प्रशांत सिंघल और बरेली से उमेश गौतम को उम्मीदवार बनाया गया है।

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश में होने जा रहे निकाय चुनावों को सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है क्योंकि उत्तर प्रदेश को जिसने जीता वही दिल्ली पर राज करता है। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में सत्तारुढ़ भाजपा का प्रयास है कि एक बार फिर नगर निकाय चुनावों में जीत का परचम फहराया जाये और यूपी को मोदी-योगी का सुरक्षित गढ़ बनाये रखा जाये तो वहीं अन्य विपक्षी दल मिलकर भाजपा की सत्ता को हिलाने में लगे हैं लेकिन भाजपा अपना हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। हम आपको बता दें कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश में दो चरणों में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के लिए नगर निगम के अपने सभी महापौर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिये हैं। देखा जाये तो राज्य में सत्तारुढ़ भाजपा ने बाहरी नेताओं पर भरोसा जताने के साथ ही ज्यादातर निवर्तमान महापौरों को दोबारा मौका नहीं दिया है। राज्य में 17 नगर निगमों के महापौर पद के लिए उम्मीदवार तय करते हुए भाजपा ने शाहजहांपुर नगर निगम से अर्चना वर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। खास बात यह है कि महापौर पद के लिए समाजवादी पार्टी की ओर से घोषित उम्मीदवार अर्चना वर्मा के सपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने के महज चार घंटे बाद ही पार्टी ने रविवार को उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया।

वहीं, अयोध्या के निवर्तमान महापौर का टिकट काट दिया गया। तीसरी बार महापौर बनने के प्रयास में लगीं प्रयागराज की निवर्तमान महापौर और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता को भी भाजपा ने मौका नहीं दिया। वहीं, राजधानी लखनऊ में निवर्तमान महापौर संयुक्ता भाटिया भी दोबारा मौका नहीं पा सकीं। भाजपा राज्य मुख्यालय ने रविवार की रात सात नगर निगमों के महापौर और पार्षद प्रत्याशियों समेत दूसरे चरण में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के लिए नगर पालिका परिषद के अध्यक्षों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किये, जबकि क्षेत्रीय स्तर पर नगर पंचायत अध्यक्ष व सभासद प्रत्याशियों के नाम घोषित किये गये।

इसे भी पढ़ें: कई नेताओं के दल बदल के बाद कर्नाटक में रोचक हो गया है सत्ता का संग्राम

रविवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने दूसरे चरण के चुनाव के जिन सात नगर निगमों के महापौर उम्मीदवारों के नाम घोषित किये, इनमें शाहजहांपुर से अर्चना वर्मा, अयोध्या से गिरिशपती त्रिपाठी, कानपुर से प्रमिला पांडेय, गाजियाबाद से सुनीता दयाल, अलीगढ़ से प्रशांत सिंघल और बरेली से उमेश गौतम को उम्मीदवार बनाया गया है।

दूसरी ओर, शाहजहांपुर से सपा की महापौर पद की उम्मीदवार अर्चना वर्मा रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गयीं। इसके बाद भाजपा ने उन्हें शाहजहांपुर से ही महापौर पद के लिए टिकट दे दिया। रविवार को राज्य भाजपा मुख्यालय में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अर्चना वर्मा को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराने के बाद कहा कि पार्टी के केंद्रीय और राज्य नेतृत्व ने फैसला किया है कि वे अर्चना वर्मा को पार्टी की सदस्यता देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अर्चना के ससुर राममूर्ति वर्मा चार बार विधायक (तीन बार शाहजहांपुर के जलालाबाद क्षेत्र से और एक बार ददरौल से) रहे। वह शाहजहांपुर (1996) से एक बार सांसद भी रहे।

अयोध्या के निवर्तमान महापौर ऋषिकेश उपाध्याय को मौका न देकर पार्टी ने गिरिशपती त्रिपाठी पर दांव लगाया। गिरिशपती त्रिपाठी अयोध्या के एक मंदिर के महंत हैं। अनारक्षित बरेली सीट से निवर्तमान महापौर उमेश गौतम और कानपुर नगर निगम की निवर्तमान महापौर प्रमिला पांडेय को भाजपा ने दोबारा मौका दिया है। इससे पहले 16 अप्रैल को पहले चरण के 10 महापौर उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए भाजपा ने सिर्फ मुरादाबाद के निवर्तमान महापौर विनोद अग्रवाल को दोबारा मौका दिया और बाकी नौ नगर निगमों में चेहरे बदल दिये। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि महापौर की कई सीटों पर आरक्षण में बदलाव होने की वजह से उम्मीदवार बदले गये और कुछ जगह नये लोगों को मौका दिया गया।

इससे पहले 16 अप्रैल को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने पहले चरण के नगर निगम महापौर के 10 प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए प्रयागराज से मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी निवर्तमान महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी को टिकट नहीं देकर उनकी जगह उमेश चंद्र केसरवानी को चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा लखनऊ की निवर्तमान महापौर संयुक्ता भाटिया की जगह पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुषमा खड़कवाल को उम्मीदवार बनाया गया है। भाजपा ने मंगलेश श्रीवास्तव को गोरखपुर से और अशोक तिवारी को वाराणसी से उम्मीदवार बनाया जबकि मुरादाबाद से विनोद अग्रवाल, फिरोजाबाद से कामिनी राठौड़, आगरा से हेमलता दिवाकर, सहारनपुर से अजय कुमार, मथुरा-वृंदावन से विनोद कुमार अग्रवाल और झांसी से बिहारी लाल आर्य को महापौर पद का उम्मीदवार बनाया है। हम आपको बता दें कि राज्य में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव दो चरणों में चार मई और 11 मई को होंगे और मतगणना 13 मई को होगी।

उत्तर प्रदेश के राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार के अनुसार, ‘‘राज्य के 760 नगरीय निकाय चुनाव के अन्तर्गत कुल 14,684 पदों पर चुनाव होंगे।’’ उन्होंने बताया कि इसमें 17 महापौर, 1420 पार्षद, नगर पालिका परिषदों के 199 अध्यक्ष, नगर पालिका परिषदों के 5327 सदस्य, नगर पंचायतों के 544 अध्यक्ष और नगर पंचायतों के 7178 सदस्यों के निर्वाचन के लिये चुनाव होगा। गौरतलब है कि सहारनपुर, मुरादाबाद, आगरा, झांसी, प्रयागराज, लखनऊ, देवीपाटन, गोरखपुर और वाराणसी मंडल के 37 जिलों में पहले चरण में चुनाव होगा, जबकि मेरठ, बरेली, अलीगढ़, कानपुर, चित्रकूट, अयोध्या, बस्ती, आजमगढ़ और मिर्जापुर मंडल के 38 जिलों में दूसरे चरण में चुनाव कराया जाएगा। हम आपको यह भी बता दें कि वर्ष 2017 में 16 नगर निगमों में चुनाव हुए थे, जिनमें 14 नगर निगमों में महापौर पद पर भाजपा उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी।

All the updates here:

अन्य न्यूज़