भाजपा विधायक ने उत्तर प्रदेश की पूर्व बसपा सरकार पर भट्टा-परसौल में जमीन हड़पने का आरोप लगाया

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार की भूमि अधिग्रहण नीतियों के खिलाफ़ किसानों के विरोध का केंद्र बन गए थे। आंदोलन किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प में बदल गया था और पुलिस की बर्बरता, आगजनी और बिल्डरों के लिए जबरन ज़मीन हड़पने के आरोप लगे थे।
भाजपा विधायक धीरेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश में मायावती के नेतृत्व वाली पूर्व बसपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि 2011 में उनके कार्यकाल के दौरान बिल्डरों को लाभ पहुंचाने के लिए भट्टा-परसौल में किसानों से औने-पौने दामों पर जबरन जमीन ली गई थी।
राज्य में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के आठ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में रबूपुरा शहर में “सेवा, सुशासन और सुरक्षा के आठ साल बेमिसाल” कार्यक्रम में सिंह ने कहा कि उन्हें उस समय किसानों पर की गई क्रूरता का दर्द अब भी महसूस होता है।
ग्रेटर नोएडा के दो गांव भट्टा-परसौल, 2011 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार की भूमि अधिग्रहण नीतियों के खिलाफ़ किसानों के विरोध का केंद्र बन गए थे। आंदोलन किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प में बदल गया था और पुलिस की बर्बरता, आगजनी और बिल्डरों के लिए जबरन ज़मीन हड़पने के आरोप लगे थे।
सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित हजारों किसानों को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, मायावती जी की सरकार के दौरान भट्टा-परसौल के किसानों के साथ जो कुछ हुआ, उसका दर्द मुझे आज भी महसूस होता है। उनसे मात्र 800 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से जमीन छीन ली गई। इससे बिल्डरों को फायदा हुआ, जबकि किसानों को नुकसान उठाना पड़ा।
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