''पीट पीट कर हत्या'' के मुद्दे पर हुकुमदेव ने दिया करारा जवाब

BJP questions Oppn's silence over Ayub Pandith, Kerala killings
[email protected] । Jul 31 2017 3:10PM

भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव ने देश के कुछ हिस्सों में हिन्दुओं को उनके सांस्कृतिक, धार्मिक कर्तव्यों में बाधा पहुंचाने, केरल में संघ प्रचारकों की हत्या को ''''भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या’’ की बड़ी घटना करार दिया।

भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव ने देश के कुछ हिस्सों में हिन्दुओं को उनके सांस्कृतिक, धार्मिक कर्तव्यों में बाधा पहुंचाने, केरल में संघ प्रचारकों की हत्या को 'भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या’’ की बड़ी घटना करार दिया और इस पर विपक्षी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सामाजिक समरसता के मंत्र को आगे बढ़ाते हुए मुसलमानों को हिन्दुओं एवं हिन्दुओं को मुसलमानों के विचारों का सम्मान करना चाहिए।

लोकसभा में नियम 193 के तहत मल्लिकार्जुन खडगे और प्रो. सौगत राय की ओर से पेश 'देश में अत्याचारों और भीड़ द्वारा हिंसा में जान से मारने की कथित घटनाओं से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा सदस्य ने कहा, 'भीड़, भीड़ होता है.... चाहे किसी के नाम पर हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार भीड़ द्वारा की गई ऐसी घटनाओं को गलत बता चुके हैं। वे कह चुके हैं कि इन पर कार्रवाई होनी चाहिए। यह कार्य राज्यों को करना है और उन्हें कदम उठाना चाहिए।’’ उन्होंने सवाल किया कि क्या संविधान में लिखा है कि राज्य में किसी विषय पर पलटन (फौज) भेज दो। कश्मीर में जरूरत है, चीन में जरूरत है...तब वहां फौज भेजी गई है।

हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा कि सरकार कदम उठा रही है। आप (विपक्ष) नीतियों की आलोचना कर सकते हैं लेकिन हमारी नीयत पर सवाल नहीं उठा सकते। रामायण काल के पौराणिक चरित्र और वेष बदल कर कार्य करने वाले राक्षस कालनेमी का जिक्र करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि कुछ लोग कालनेमी का रूप धर कर काम कर रहे हैं। आज भी कालनेमी मौजूद है और कल भी ये रहेंगे। कालनेमी एक विचारधारा है, चरित्र है। वो छद्म भेषी लोग हैं जो वेष बदलकर कालनेमी का रूप लेकर सरकार को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या कश्मीर में पत्थर फेंकने वाले और सेना को राष्ट्र कार्य में बाधा डालने वाले भीड़ का हिस्सा नहीं हैं। क्या देश के कुछ हिस्सों में हिन्दुओं को उनके सांस्कृतिक, धार्मिक कर्तव्यों में बाधा पहुंचाने, केरल में संघ प्रचारकों की हत्या करने वाला समूह भीड़ नहीं है। लेकिन क्या किसी ने यह बात उठायी। केरल में प्रचारकों (संघ) की हत्या क्यों होती है?

हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा कि हम भारतीय संस्कृति में विश्वास रखने वाले लोग हैं, आप हमारी हत्या कर रहे हैं...यह भी माब लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या) का ही मामला है। क्या इन घटनाओं को हिन्दू या मुसलमान के खाते में नहीं डाला जा सकता है? उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के मंत्र को आगे बढ़ाते हुए मुसलमानों को हिन्दुओं एवं हिन्दुओं को मुसलमानों के विचारों का सम्मान करना चाहिए।

हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा कि हमें हर किसी के चिंतन को बर्दाश्त करना चाहिए। देश में अनेक ऐसे वाकये हैं जहां आर्थिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक अत्याचार हुए हैं। हिन्दुओं के सांस्कृतिक जुलूस को रोकने के कार्य हुए हैं और धार्मिक कर्तव्य करने से रोका गया है। क्या यह भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या करने के मामलों से छोटी घटना है ? उन्होंने सामाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया की पुस्तक को उद्धृत करते हुए कहा कहा कि मुसलमान भूतपूर्व हिन्दू रहे हैं और इस विषय को समझने की जरूरत है। मुसलमानों को हिन्दुओं के विचार और हिन्दुओं को मुसलमानों के विचार को स्वीकार करना चाहिए।

भाजपा सदस्य ने कहा कि आज इस देश में कोई अल्पसंख्यक नहीं है। हिन्दू जातपात में बंटे हैं। गांधीजी के समय लोग ईश्वर अल्ला तेरे नाम बोलते थे, वंदे मातरम के नारे लगाते थे लेकिन आज इस पर सवाल उठाये जा रहे हैं। यह राष्ट्र के खिलाफ कार्य है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आर्थिक क्रांति और राष्ट्रवाद को जोड़ते हुए देश को आगे बढ़ा रहे हैं और इससे कुछ लोग परेशान हैं। यह एक ऐसी पहल है जिससे कोई कालनेमी नहीं बच पायेगा।

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