विभिन्न मुद्दों पर व्यवधान के कारण संसद में तीसरे दिन भी गतिरोध

Both Houses of Parliament adjourned amid protests by opposition
[email protected] । Mar 7 2018 6:34PM

बैंकों में अनियमितता एवं जानी मानी हस्तियों की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करने सहित विभिन्न मुद्दों पर संसद के दोनों सदनों में आज लगातार तीसरे दिन हंगामे के कारण गतिरोध कायम रहा।

बैंकों में अनियमितता एवं जानी मानी हस्तियों की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करने सहित विभिन्न मुद्दों पर संसद के दोनों सदनों में आज लगातार तीसरे दिन विपक्षी दलों एवं सत्तारूढ़ राजग में शामिल तेदेपा एवं शिवसेना के हंगामे के कारण गतिरोध कायम रहा। बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार तीसरे दिन आज भी दोनों सदनों में प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो पाया। हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही एक एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। दोनों सदनों में लगभग एक जैसा नजारा देखने को मिल रहा है जहां विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समक्ष आकर विभिन्न मुद्दों को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं।

आसन की ओर से सदन की कार्यवाही को सामान्य ढंग से चलाने और विपक्ष द्वारा उठाये गये मुद्दों पर चर्चा के लिए राजी होने का आश्वासन दिये जाने के बावजूद दोनों सदनों में पिछले तीन दिन से कायम गतिरोध टूट नहीं पाया है। राज्यसभा में आज पीएनबी घोटाला मामले, कुछ राज्यों में प्रख्यात हस्तियों की प्रतिमाओं को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त किए जाने, कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन, आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज देने की मांग जैसे विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस सहित अन्य दलों के सदस्यों ने भारी हंगामा किया। बैठक शुरू होने पर सभापति एम वैंकेया नायडू ने उच्च सदन के पूर्व सदस्य जिनेन्द्र कुमार जैन के निधन का जिक्र किया और सदन की ओर से दिवंगत पूर्व सदस्य को श्रद्धांजलि दी गई। सभापति ने कहा कि कुछ राज्यों में जानी मानी हस्तियों की मूर्तियों को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त किए जाने की खबरें उनके संज्ञान में आई हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं चाहे पश्चिम बंगाल में हों, त्रिपुरा में हों या तमिलनाडु में हों, सही नहीं हैं। यह विवेकहीन कृत्य है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। नायडू के इतना कहते ही कांग्रेस, द्रमुक, अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, माकपा आदि दलों के सदस्य अपने स्थानों पर खड़े हो गए और प्रतिमाओं के साथ कथित छेड़छाड़ की घटनाओं को लेकर विरोध जताने लगे।

उधर तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), कांग्रेस तथा वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश के लिये विशेष पैकेज, अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन और कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने पीएनबी घोटाला मामले में आरोपी नीरव मोदी को देश में वापस लाने की मांग करते हुये आसन के सामने आ कर नारेबाजी शुरू कर दी। नायडू ने कहा कि बैंक घोटाला, आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज, कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन बड़े तथा महत्वपूर्ण मुद्दे हैं और वह इन पर चर्चा कराने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश इन मुद्दों पर बहस चाहता है। उन्होंने आसन के सामने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। लेकिन सदन में व्यवस्था नहीं बनते देख उन्होंने बैठक 11 बज कर करीब दस मिनट पर ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर भी सदन में हंगामा जारी रहा। कांग्रेस, तेदेपा, माकपा, तृणमूल, द्रमुक आदि दलों के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे। कुछ सदस्य पोस्टर भी लहराते दिखे।

उपसभापति पीजे कुरियन ने हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत होने और अपनी सीटों पर जाने की अपील की। लेकिन सदन में हंगामा नहीं थमा और कुरियन ने कुछ मिनट के अंदर ही बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी।

उधर, लोकसभा में पीएनबी धोखाधड़ी मामला छाया रहा और कांग्रेस, तृणमूल सहित कुछ अन्य दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास करते हुए नारेबाजी की। अन्नाद्रमुक, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), वाईएसआर कांग्रेस, माकपा, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और शिवसेना ने अलग-मुद्दों पर उठाते हुए आसन के समीप आकर सदन में नारेबाजी की। हंगामे की वजह से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे कार्यवाही आरंभ होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। कांग्रेस और तृणमूल के सदस्यों ने पीएनबी धोखाधड़ी मामले को उठाया और अध्यक्ष के आसन निकट पहुंचकर नारेबाजी की।

वहीं, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने और विशेष पैकेज की मांग को लेकर तेदेपा सदस्य भी नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। उनके हाथों में तख्तियां थीं। वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने भी इसी मुद्दे को लेकर नारेबाजी की। अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने पेरियार की तस्वीर वाली तख्तियां ले रखी थीं और वे नारेबाजी कर रहे थे। टीआरएस के सदस्यों ने राज्य में आरक्षण कोटे में बढ़ोतरी के मुद्दे पर अपनी मांग को लेकर आसन के निकट नारेबाजी की।

शिवसेना के सदस्य मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे थे। शोर-शराबे के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने की मांग पर विचार करेगी। माकपा के सदस्यों ने त्रिपुरा में लेनिन की प्रतिमा गिराए जाने के मामले को उठाया और नारेबाजी की। शोर शराबा थमता नहीं देख सुमित्रा महाजन ने दोपहर बारह बजकर करीब पांच मिनट पर सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।

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