सीएए ‘मूल रूप से राष्ट्र विरोधी’, सरकार न करे लागू: थरूर

Shashi Tharoor
प्रतिरूप फोटो

थरूर ने ट्वीट किया, “सीएए मूल रूप से राष्ट्र-विरोधी है और मैं सरकार से इसे लागू नहीं करने का आग्रह करता हूं।”

नयी दिल्ली| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) को शुक्रवार को मूल रूप से राष्ट्र-विरोधी करार दिया और सरकार से इसे लागू नहीं करने का आग्रह किया।

संशोधित नागरिकता कानून में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के उत्पीड़ित गैर मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता दिये जाने का प्रावधान है।इसे संसद ने 2019 में पारित किया था और इसके विरोध में देश के अलग अलग हिस्सों में प्रदर्शन हुए थे।कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद इस कानून को भी वापस लेने की मांग कुछ वर्ग के बीच उठने लगी है।

थरूर ने ट्वीट किया, “सीएए मूल रूप से राष्ट्र-विरोधी है और मैं सरकार से इसे लागू नहीं करने का आग्रह करता हूं।”

सीएए का विरोध करने वालों का तर्क है कि यह धर्म के आधार पर भेदभाव करता है और संविधान का उल्लंघन करता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सीएए के साथ-साथ राष्ट्रीय नागरिक पंजी का मकसद भारत में मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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