सीबीआई ने बंगाल में चुनाव बाद हिंसा से जुड़े दो और मामलों की जांच अपने हाथ में ली

CBI office
प्रतिरूप फोटो

एजेंसी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच अपने हाथ में ली है। उच्च न्यायालय का यह निर्देश दो मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद एनएचआरसी की समिति द्वारा राज्य में हिंसा पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद आया।

सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा से जुड़े दो और मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है। एक नाबालिग लड़की से कथित बलात्कार और दूसरा हत्या का मामला है।

सीबीआई के पास अब इससे जुड़े मामलों की संख्या 37 हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि कथित बलात्कार का मामला मालदा जिले के मानिकचक थाने में पांच जून को दर्ज किया गया था।

एजेंसी ने मामले का अधिक विवरण साझा करने से इनकार कर दिया क्योंकि यह एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न से संबंधित है। दूसरा मामला विधानसभा के नतीजे घोषित होने के करीब दो महीने बाद दो जुलाई को सामने आया था।

दक्षिण 24 परगना के नोडाखली थाना में दर्ज मामले में आरोप लगाया गया है कि 19 आरोपियों ने स्वरूप हलदर को बुरी तरह पीटा और उनका सिर कुचल दिया। स्वरूप के भाई की शिकायत के आधार पर दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया कि उसकी पत्नी चंदना ने जब उन्हें बचाने की कोशिश की, तो उसे भी पीटा गया।

सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने एक बयान में कहा कि जब चंदना ने अपने पति को बचाने की कोशिश की तो उनके सिर पर बांस और ईंट से वार किए गए। बयान में कहा गया कि मुचिसा अस्पताल के डॉक्टर ने उसे कोलकाता रेफर कर दिया लेकिन चंदना की रास्ते में ही मौत हो गई, जबकि उसका पति अभी भी पीजी अस्पताल में भर्ती है, जहां उसकी हालत बहुत गंभीर बनी हुई है।

एजेंसी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच अपने हाथ में ली है। उच्च न्यायालय का यह निर्देश दो मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद एनएचआरसी की समिति द्वारा राज्य में हिंसा पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद आया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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