घर पर पृथकवास में मरीजों के सम्पर्क में आने वालों में से केवल एक तिहाई हो सकते हैं संक्रमित: अध्ययन

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विश्व स्वास्थ्य संगठन और दिल्ली सरकार की सहायता से मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज द्वारा कराये गए अध्ययन में मध्य और उत्तर पूर्वी जिलों के 109 घरों को शामिल किया गया। यह अध्ययन 28 दिसंबर 2020 से 28 जून 2021 के बीच किया गया।

नयी दिल्ली| घर में पृथक-वास में रह रहे हल्के और मध्यम लक्षण वाले कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सात से 10 दिन में संपर्क में आने वालों में से केवल एक तिहाई लोगों को ही संक्रमित कर सकते हैं इसलिए ऐसे मरीजों के लिए विशेष कोविड केंद्र खोलने की कोई जरूरत नहीं है।

दिल्ली में छह महीने के दौरान किये गए एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई। विश्व स्वास्थ्य संगठन और दिल्ली सरकार की सहायता से मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज द्वारा कराये गए अध्ययन में मध्य और उत्तर पूर्वी जिलों के 109 घरों को शामिल किया गया। यह अध्ययन 28 दिसंबर 2020 से 28 जून 2021 के बीच किया गया।

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डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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