Chhattisgarh: भारतमाला परियोजना भूमि अधिग्रहण मामले में ईडी की छापेमारी

आर्थिक गलियारों के विकास की परिकल्पना की गई है जिनके स्वर्णिम चतुर्भुज (जीक्यू) और उत्तर-दक्षिण एवं पूर्व-पश्चिम (एनएस-ईडब्ल्यू) गलियारों के साथ मिलकर सड़कों पर अधिकतर माल ढुलाई का भार वहन करने की उम्मीद है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भारतमाला परियोजना के तहत रायपुर से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम तक सड़क के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधी मुआवजे के भुगतान में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में सोमवार को छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों के अनुसार, राज्य की राजधानी रायपुर और महासमुंद में कम से कम नौ परिसरों की तलाशी ली जा रही है। यह मामला भारतमाला परियोजना के तहत रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारे के लिए भूमि अधिग्रहण के बदले मुआवजा भुगतान में कथित गड़बड़ियों से जुड़ा है।
सूत्रों ने बताया कि हरमीत सिंह खनूजा, उनके कथित सहयोगियों, कुछ सरकारी अधिकारियों और जमीन मालिकों से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की जा रही है। भारतमाला परियोजना के तहत लगभग 26,000 किलोमीटर लंबे आर्थिक गलियारों के विकास की परिकल्पना की गई है जिनके स्वर्णिम चतुर्भुज (जीक्यू) और उत्तर-दक्षिण एवं पूर्व-पश्चिम (एनएस-ईडब्ल्यू) गलियारों के साथ मिलकर सड़कों पर अधिकतर माल ढुलाई का भार वहन करने की उम्मीद है।
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