मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बताईं अपनी सरकार की प्राथमिकताएँ
प्रदेश को ‘विकास और खुशहाली’ के रास्ते पर ले जाने में कोई ‘कोर कसर’ बाकी नहीं रखने का ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि शासन और प्रशासन को ‘संवेदनशील एवं जवाबदेह’ बनाएंगे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को ‘विकास और खुशहाली’ के रास्ते पर ले जाने में कोई ‘कोर कसर’ बाकी नहीं रखने का ऐलान करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने आज कहा कि शासन और प्रशासन को ‘संवेदनशील एवं जवाबदेह’ बनाया जाएगा। शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री ने कैबिनेट सहयोगियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम प्रदेश की जनता को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश को विकास और खुशहाली के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ाने के लिए जो भी प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता पड़ेगी, राज्य सरकार उसमें कहीं भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।’’
उन्होंने विकास और सुशासन के लिए भाजपा को भारी समर्थन देने के लिए प्रदेश की जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘लोक कल्याण के प्रति समर्पित ये सरकार बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लिए समान रूप से कार्य करेगी। शासन और प्रशासन को संवेदनशील एवं जवाबदेह बनाया जाएगा।’’ योगी ने कहा, ‘‘15 वर्षों में उत्तर प्रदेश विकास की दौड में काफी पिछड़ गया है। इस अवधि में यहां सत्ता पर काबिज रही सरकारों ने भ्रष्टाचार और परिवारवाद के साथ साथ कानून व्यवस्था की बदहाल स्थिति से जनता को भारी नुकसान पहुंचाया है, इसलिए हमारी सरकार आम जनता के कल्याण के लिए और उनके उत्थान के लिए अविलंब प्रभावी कार्रवाई शुरू करेगी।’’ योगी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उत्तर प्रदेश ‘एकात्म मानववाद’ के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मभूमि और कर्मभूमि रही है। उनके ‘अंत्योदय’ के सपने को साकार करने के लिए हमारी सरकार कृत संकल्प है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र 2017 के सभी वायदों को पूरा करने के लिए कृतसंकल्प है। ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केन्द्र में भाजपा की सरकार ने विकास और सुशासन के माध्यम से ‘सबका साथ सबका विकास’ का जो संकल्प लिया है, उसका पूरी तरह अनुसरण करते हुए प्रदेश सरकार राज्य की जनता की सेवा करेगी।’’
योगी ने कहा कि आवास, भोजन, पेयजल और शौचालय जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ साथ कानून व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए सरकार निरंतर सजग तरीके से कार्य करेगी। प्रदेश में शिक्षा का उन्नयन, युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि, आम जनता को स्वास्थ्य और परिवहन की अच्छी सुविधा प्राप्त हो, भाजपा सरकार इस दिशा में ठोस प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि समाज के गरीब, दलित, पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए विशेष प्रयास किये जाएंगे। प्रदेश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा ग्रामीण इलाकों में रहता है। अपनी आजीविका के लिए उन्हें खेती पर निर्भर रहना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार सुनिश्चित करेगी कि कृषि ही प्रदेश के विकास का आधार बने। ‘‘कृषि, किसान और खेतिहर मजदूर तीनों के विकास के हर स्तर पर प्रयास किये जाएंगे।’’
योगी ने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के साथ साथ उनकी सरकार उन्हें समान अवसर देने के हरसंभव प्रयास करेगी। ‘‘महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तीकरण और सम्मान के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।’’ उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के बदहाल शासन का खामियाजा युवा पीढी को भुगतना पड़ा है। गुणात्मक शिक्षा सुलभ हो और कौशल विकास के जरिए रोजगार के अवसर मिलें, इस दिशा में उनकी सरकार पूरी संवेदनशीलता से काम करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया को भ्रष्टाचार विहीन और पारदर्शी बनाया जाएगा। निवेश को बढ़ावा देते हुए राज्य का संतुलित औद्योगिक विकास भी किया जाएगा। जहां एक ओर आर्थिक विकास होगा, वहीं दूसरी ओर नौजवानों को राज्य में ही रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में परिवर्तन लाने का जो जनादेश भाजपा की सरकार को प्राप्त हुआ है, उसके सकारात्मक परिणाम जल्द दिखने लगेंगे। भाजपा ने चुनाव के पूर्व संकल्प पत्र रखा था और उसमें जो वायदे किये हैं, उनको पूरा करने के लिए हम कृतसंकल्प हैं।’’
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