CM Yogi बोले, जिस गाजियाबाद के नाम पर कभी क्राइम फिल्में बनती थीं, वह अब सुव्यवस्था का मॉडल बना

सीएम योगी ने कहा कि नगर निगम में लोनी, खोड़ा और मुरादनगर नगर पालिका परिषदें शामिल होंगी। लोनी गाजियाबाद के उत्तरी भाग में स्थित है, जबकि मुरादनगर उत्तर-पूर्व में है, और खोड़ा जिले के दक्षिणी भाग में है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को ग्रेटर गाजियाबाद के लिए योजना का अनावरण किया। इस बात पर जोर देते हुए कि ग्रेटर गाजियाबाद जिले के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, सीएम योगी ने कहा कि नगर निगम में लोनी, खोड़ा और मुरादनगर नगर पालिका परिषदें शामिल होंगी। लोनी गाजियाबाद के उत्तरी भाग में स्थित है, जबकि मुरादनगर उत्तर-पूर्व में है, और खोड़ा जिले के दक्षिणी भाग में है।
इसे भी पढ़ें: ‘भड़काऊ नारे न लगाएं, हथियार न लहराएं', योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा और मुहर्रम पर्व पर जारी किया निर्देश | Kanwar Yatra 2025
योगी ने कहा कि गाजियाबाद आज नए गाजियाबाद के रूप में चमक रहा है। जहां कभी इसके नाम पर गैंगवार और क्राइम फिल्में बनती थीं, वहीं अब यह स्वच्छता और सुव्यवस्थित शहर का मॉडल है। यह दुनिया के शीर्ष 50 स्वच्छ शहरों में शामिल हो सकता है। उन्होंने कहा कि कोई सोच भी नहीं सकता था कि यह 12 लेन वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा और यह देश का पहला शहर होगा जहां रैपिड रेल चलेगी... जहां कभी कूड़े के पहाड़ हुआ करते थे, अब वहां सिटी फॉरेस्ट हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा रहे जत्थे को शुभारंभ किट उपलब्ध कराया। सीएम ने इन यात्रियों का हृदय से अभिनंदन करते हुए सुखद-मंगलमय यात्रा की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहाकि देवाधिदेव महादेव से प्रार्थना करता हूं कि इन सब पर कृपा बनी रहे। दर्शन करके आने वाले सभी यात्रियों को यूपी सरकार की तरफ से एक-एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। कैलाश मानसरोवर भवन हमने यात्रियों की सुविधा के लिए स्थापित किया था। आज 200 से अधिक श्रद्धालु इस भवन में आकर यात्रा का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: 'उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहा', मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया दावा
सीएम ने कहा कि बाबा दुग्धेश्वरनाथ मंदिर कॉरिडोर निर्माण समेत विकास-बुनियादी सुविधाओं से जुड़े कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। स्टेडियम बनाने के लिए बीसीसीआई ने बहुत पहले यहां जमीन ली थी, लेकिन काम आगे नहीं बढ़ा। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण से कहा गया कि उस लैंड का प्रयोग करे और स्टेडियम बनाकर उसका संचालन करे।
अन्य न्यूज़












