इस बार नई पत्नी अमृता के साथ विधानसभा के चुनावी दंगल में उतरेंगे दिग्विजय सिंह!
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ट नेता दिग्विजय सिंह भारतीय राजनीति में दिग्गज नेताओं में से एक है। दिग्विजय सिंह अपने बयानों की वजह से सुर्ख़ियों में बने रहते हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भारतीय राजनीति में दिग्गज नेताओं में से एक है। दिग्विजय सिंह अपने बयानों की वजह से सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। उनके बयानों की तीखी आलोचना विपक्ष तो करता ही है, लेकिन कभी-कभी कांग्रेस पार्टी भी असहज हो जाती है। राजनीति और पत्रकारिता के क्षेत्र दिग्विजय सिंह दिग्गी के नाम से भी जाना जाता हैं। दिग्गी अपने रुक्ष स्वभाव और तेज तर्रार तेवर वाले नेता के रूप में मशहूर हैं। आइये जानते है दिग्विजय सिंह की जिंदगी से जुडी खास बाते-
प्रारंभिक जीवन
दिग्विजय सिंह का जन्म इंदौर में गुना जिले के राघोगढ़ रियासत के महाराजा बलभद्र सिंह के घर 28 फरवरी 1947 में हुआ था। उन्होंने अपनी पूरी पढ़ाई इंदौर से की है। दिग्विजय ने प्राम्भिक शिक्षा डेली कॉलेज इंदौर से प्राप्त की। इसके बाद श्री गोविन्दराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, इंदौर से ही इंजीनियरिंग कि डिग्री प्राप्त की। दिग्विजय सिंह को क्रिकेट का शौक बचपन से रहा। वो डीएवीवी की टीम की तरफ से नेशनल टूर्नामेंट खेल चुके हैं।
विरासत में मिली सियासत
दिग्विजय सिंह के पिताजी बलभद्र सिंह मध्य प्रदेश की पहली विधानसभा में विधायक थे। उसके बाद 1977 में दिग्विजय सिंह भी पहली बार वहीं से विधायक बने।
दिग्विजय सिंह लगातार दो बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री
दिग्विजय सक्रिय राजनीति में 1971में आये, जब वह राघोगढ़ नगरपालिका अध्यक्ष बने। 1977 में काँग्रेस टिकट पर चुनाव जीत कर राघोगढ़ विधान सभा क्षेत्र से विधान सभा सदस्य बने। 1978-79 में दिग्विजय को प्रदेश युवा काँग्रेस का महासचिव बनाया गया। 1980 में वापस रागोगढ़ से चुनाव जीतने के बाद दिग्विजय को अर्जुन सिंह मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री का पद दिया गया तथा बाद में कृषि विभाग दिया गया। 1984, 1992 में दिग्विजय को लोकसभा चुनाव में विजय मिली। 1993 और 1998 में इन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। मतलब दिग्विजय सिंह लगातार दो बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
अपने बयानों से विरोधियों के दांत खट्टे कर देते है
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की छवि एक आक्रामक नेता के रूप में बनी हैं। कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह को अब तक लोगों ने विरोधियों पर हमला करते हुए ही देखा है। वो अपनी तीखी आलोचनाओं से विरोधियों के दांत खट्टे कर दते थे। उन्होंने संघ पर हमला करते हुए यहां तक कह दिया था कि हिंदू आतंकवादी संघ से आते हैं क्योंकि संघ की विचारधारा नफरत फैलाने वाली है।
दिग्विजय सिंह की राजनीति में पत्नी आशा सिंह का योगदान
2013 में दिग्विजय सिंह की पत्नी आशा सिंह का निधन हो गया था। उस समय आशा की उम्र 58 वर्ष थी। कहते है कि आशा सिंह ने हमेशा सेवा और संस्कारों के आदर्श स्थापित किए जिससे सभी कांग्रेसी प्रेरित होते रहते हैं। श्रीमती सिंह समाजसेवा के क्षेत्र में अग्रणी थीं। वह समाज सेवी संस्था प्रगति मानव सेवा संस्थान की अध्यक्ष थीं। वह संस्था की नियमित बैठक लेकर गतिविधियों पर नजर रखती थीं। ऐसा कहा जाता है दिग्विजय सिंह को बड़ा नेता बनाने में आशा सिंह का योगदान रहा। उन्होंने हमेशा दिग्विजय सिंह को घर की जवाबदारियों से दूर रखा ताकि वे अधिक से अधिक राजनीति में सक्रिय रहें। आशा सिंह कई वर्षों से कैंसर जैसी बीमारी का सामना कर रही थीं। लाख कोशिशों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
दिग्विजय सिंह और अमृता राय का लव अफेयर
दिग्विजय सिंह की उम्र भले ही ढ़ल रही हो, लेकिन उनका दिल अब भी जवान है। पिछले साथ अप्रैल में दिग्विजय सिंह और अमृता राय की साथ में दोनों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वाइरल हो गई थी। जिसके बाद दोनों ने अपने संबंधों का खुलासा किया।सोशल नेटवर्किंग साइट पर फोटो वायरल होने के बाद दिग्विजय सिंह ने अपने प्यार का इजहार किया है। उन्होंने पत्रकार अमृता राय के साथ अपने रिश्तों को स्वीकार कर लिया है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्वीटर के जरिए दी है।
दिग्गी ने पत्रकार अमृता राय ये गुपचुप रचाई थी शादी
ने उस वक्त सबको हैरान कर दिया जब उन्होंने अपने से आधी उम्र की लड़की से चोरी-छुपे ब्याह रचा ली। जब इसके बारे में सबको पता चला तो बातें शुरु हो गई। हलांकि उन्होंने ये फैसला अचानक नहीं लिया, पिछले साल अप्रैल में ही दिग्विजय सिंह और राज्यसभा पत्रकार अमृता राय की निजी तस्वीरें लीक हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने एक दूसरे के साथ रिश्ते की बात कबूल ली थी। टीवी पत्रकार अमृता राय ने कांग्रेस के 68 वर्षीय नेता दिग्विजय सिंह से शादी की। अमृता राय ने यह जानकारी फेसबुक पर दी थी। फेसबुक पोस्ट के जरिए अमृता ने बताया कि उन्होंने दिग्विजय सिंह के साथ हिंदू रीति-रिवाजों के तहत शादी कर ली और इसकी कानूनी मान्यता भी हासिल कर ली है।
अमृता का फेसबुक पोस्ट
सोशल मीडिया पर दिग्विजय सिंह के साथ तस्वीरें वायरल होने पर फेसबुक पोस्ट में अमृता ने अपने दोस्तों के साथ यह खबर साझा करते हुए लिखा था कि, 'मेरे बुरे वक्त में साथ देने वाले लोगों का तहे दिल से शुक्रिया। बीता करीब डेढ़ साल काफी तनावपूर्ण रहा है। मैं साइबर क्राइम की शिकार हुई, लेकिन मुझसे ही अपराधी जैसा बर्ताव हुआ। मेरी कोई गलती नहीं थी, फिर भी मेरे लिए बेहद गंदी भाषा इस्तेमाल की गई।'
खैर ये तो थी दिग्विजय सिंह की जिंदगी पर चर्चा अब देखना ये होगा की 2018 के अंत में होने वाले मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में क्या दिग्विजय सिंह पत्नी अमृता राय के साथ चुनावी दंगल में उतरेंगे ....
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