तेलंगाना में कांग्रेस विधायक दल के टीआरएस में विलय की अटकलें
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस विधायक दल एवं सदन में विपक्षी के नेता एम भट्टी विक्रमार्क ने विधानसभा अध्यक्ष पी. श्रीनिवास रेड्डी से भेंट करके विलय के मामले में कोई कदम उठाने से पहले उन्हें एक नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है।
हैदराबाद। तेलंगाना में कांग्रेस के 11 विधायकों के टीआरएस में शामिल होने के ऐलान के बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि सत्तारूढ़ दल में कांग्रेस विधायक दल का विलय हो सकता है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस विधायक दल एवं सदन में विपक्षी के नेता एम भट्टी विक्रमार्क ने विधानसभा अध्यक्ष पी. श्रीनिवास रेड्डी से भेंट करके विलय के मामले में कोई कदम उठाने से पहले उन्हें एक नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। इस 119 सदस्यों वाली विधानसभा में दिसम्बर में हुये चुनाव में कांग्रेस को 19 सीटें मिलीं थीं लेकिन बाद में उसके 11 विधायकों ने ऐलान किया कि वे टीआरएस में शामिल हो रहे हैं। ये विधायक दलविरोधी कानून के दायरे में फंस सकते हैं अगर उनकी संख्या कुल संख्या की दो तिहाई से कम होती है।
इसे भी पढ़ें: ना तो संप्रग और ना ही NDA को 200 से अधिक लोकसभा सीटें मिलेंगी- टीआरएस
अटकल लगाई जा रही है कि अगर कांग्रेस के दो और विधायक पार्टी छोड़ देते हैं तो विद्रोही समूह कांग्रेस विधायक दल टीआरएस में औपचारिक विलय की मांग कर सकता है। विक्रमार्क इस सुझाव को दृड़तापूर्वक खारिज कर चुके हैं। उन्होंने एक बयान जारी करके कहा है कि कांग्रेस का टीआरएस जो कि एक क्षेत्रीय दल हैं उसमें विलय कैसे हो सकता है। टीआरएस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि हम नहीं कह सकते (अगर कांग्रेस के दो विधायक टीआरएस के खेमे में आते हैं।) .. अन्यथा वे (बिना विलय के) ऐसे ही रह सकते हैं ... हम (टीआरएस) इसके लिए कोई कोशिश नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस इस मामले में राज्यपाल से शिकायत कर चुकी है और अब उसने नवनियुक्त लोकपाल से मिलने का ऐलान किया है।
अन्य न्यूज़