राम मंदिर निर्माण में आ सकती है बाधा, भरतपुर में गुलाबी पत्थर के खनन पर रोक

Ram temple
अंकित सिंह । Sep 15 2020 6:57PM

अब इस मामले में यह भी कहा जा रहा है कि इन पहाड़ियों में खनन करने के लिए किसी के पास कोई लीज नहीं है। फिर भी यहां अवैध खनन के जरिए पत्थर निकाले जा रहे है। इसी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण में एक नई चुनौती सामने आ गई है। दरअसल, जिस गुलाबी पत्थरों का इस्तेमाल राम मंदिर के निर्माण में किया जाना है उसके खनन पर भरतपुर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है। इस रोक के बाद जोर शोर से चल रहे राम मंदिर निर्माण के कार्य में अवरोध पैदा हो सकता है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण राम मंदिर निर्माण में अब रोड़े लटक रहे है। हालांकि राम मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान के बंसी पहाड़पुर से कई वर्षों से लगातार गुलाबी पत्थर अयोध्या जा रहे थे लेकिन इस बार राजस्थान सरकार ने इस पर रोक लगा दी है।

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बंसी पहाड़पुर से निकलने वाली गुलाबी पत्थर की मियाद 5000 वर्षों से ज्यादा की बताई जाती है। यह इमारत को सुंदर और मजबूत रखने में मदद करता है। इतना ही नहीं पानी पड़ने के बाद यह पत्थर और भी ज्यादा निखर जाता है। दिल्ली का लाल किला भी इसी गुलाबी पत्थरों से बना है। राजस्थान सरकार ने इस पर रोक लगाने के साथ-साथ 25 ट्रकों को भी जप्त कर लिया जिसके बाद कई साधु संत राजस्थान सरकार के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन करने की धमकी दे रहे है। बताया जा रहा है कि खनन के लिए सरकार की तरफ से फिलहाल स्वीकृति प्रदान नहीं की गई है। 

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अब इस मामले में यह भी कहा जा रहा है कि इन पहाड़ियों में खनन करने के लिए किसी के पास कोई लीज नहीं है। फिर भी यहां अवैध खनन के जरिए पत्थर निकाले जा रहे है। इसी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। प्रशासन का कहना है कि वर्षों से हो रहे अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए इस प्रकार की कार्यवाही यहां किया गया है लेकिन सवाल यह भी उठता है कि आखिर सरकार की ओर से यहां खनन के लिए जब इजाजत प्रदान नहीं की गई है तो फिर यहां वर्षों से खनन कैसे होता रहा है अब यह मामला राजनीतिक तूल भी पकड़ सकता है। कांग्रेस और भाजपा के बीच टकराव भी देखने को मिल सकती है। हालांकि अब इस फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण में देरी हो सकती है।

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